अमृतांशी जोशी, भोपाल। कोरोना काल में अनाथ हुए बच्चों को पीएम केयर से पॉलिटेक्निक में एडमिशन मिलेगा। एमपी के सभी निजी और सरकारी पॉलिटेक्निक में पीएम केयर के तहत दी गई 2-2 सीटें दी गई है। जिनके माता-पिता कोविड संक्रमण का शिकार हुए उन विद्यार्थियों को ये सीटें दी गई है। कोविड में हुए अनाथ विद्यार्थियों से कॉलेज कोई शुल्क नहीं लेगी। महिला विकास विभाग ने डेढ़ हजार विद्यार्थियों का डेटा दिया है। प्रदेश में संचालित 1301 कॉलेजों को फीस में बढ़ोतरी न करने का आदेश दिया है। बता दें कि सूबे में 137 निजी और सरकारी पॉलिटेक्निक संचालित है।
कोरोना की दूसरी लहर ने देश में काफी तबाही मचाई है। कोविड-19 की वजह से कई परिवार पूरी तरह खत्म हो गया है तो कई बच्चे अनाथ हो गए हैं। कई तो ऐसे भी हैं जिनकी देखभाल करने वाला परिवार को कोई सदस्य नहीं बचा है। प्रधानमंत्री मोदी की तरफ से इन बच्चों को मदद देने के लिए एक नई पहल की शुरुआत की गई है।
पीएम केयर्स फॉर चिल्ड्रन योजना के तहत उन बच्चों को सहायता राशि दी जाएगी, जिन्होंने कोरोना महामारी के कारण अपने माता-पिता या अभिभावक दोनों को को दिया है। इसके साथ ही ऐसे बच्चों को 18 साल की उम्र में मासिक सहायता राशि और 23 साल की उम्र में पीएम केयर्स से 10 लाख रुपए का फंड भी दी जाने की बात कही गई है।
साथ ही पीएम केयर से कोरोना काल में अनाथ हुए बच्चों को पॉलिटेक्निक में एडमिशन मिलेगा। एमपी के सभी निजी और सरकारी पॉलिटेक्निक में पीएम केयर के तहत दी गई 2-2 सीटें दी गई है। जिनके माता-पिता कोविड संक्रमण का शिकार हुए उन विद्यार्थियों को ये सीटें दी गई है। कोविड में हुए अनाथ विद्यार्थियों से कॉलेज कोई शुल्क नहीं लेगी।
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