मनोज यादव, कोरबा। ग्राम पंचायत गोढ़ी में संचालित शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय में बच्चों के साथ-साथ शिक्षक भी दहशत के साए में पढ़ते-पढ़ाते हैं. दरअसल, स्कूल के जर्जर भवन का छज्जा गाहे-बगाहे गिरता रहता है. अब तक तीन बार घट चुकी ऐसी घटना में कोई जनहानि नहीं हुई है, लेकिन खतरे को देखते हुए बच्चों के साथ-साथ शिक्षक भी एहतियात बरतने को मजबूर हैं.
विद्यालय प्रिंसिपल बीके चक्रवर्ती बताते हैं कि भवन बहुत पुराना है. कई बार छज्जा गिर चुका है. पहले भी हादसा हो चुका है, इसकी शिकायत विभागीय अधिकारियों से की जा चुकी है. यहां तक पूर्व कलेक्टर रानू साहू को उनके दौरे के दौरान वस्तुस्थिति से अवगत कराया गया था, लेकिन उसके बाद भी न तो विभाग की ओर से, और न ही प्रशासन की ओर से कोई कार्रवाई की गई है. समय रहते ध्यान नहीं दिया गया तो कभी भी बड़ा हादसा हो सकता है.
प्रिंसिपल चक्रवर्ती यह भी बताते हैं कि स्कूल के तीन भवन, लैब, स्पोर्ट्स और बैठक रुम का छज्जा गिर चुका है. कई कमरों में छज्जा लटक रहा है. ऐसी स्थिति में भवन के तीन कमरों को बन्द कर दिया गया है, जिससे कोई हादसे का शिकार न हो. आलम यह है कि प्रिंसिपल और उनके मातहत काम कर रहे 17 टीचर सहित 575 बच्चे डर के साये में पढ़ने-पढ़ाने को मजबूर हैं. जर्जर भवन के चलते कोई हादसा न जाये इस बात की सावधानी बरते हुए प्रिंसिपल और टीचर कमरे से बाहर बैठ कर काम करते हैं.
टीचर महेंद्र कुमार रात्रे बताते हैं कि रोज स्कूल आते ही बच्चे और सारे टीचर भयभीत रहते है कि कही का कोई छज्जा किसी के ऊपर गिर न जाए. लैब और अन्य कमरे बन्द रहने से बच्चों का पढ़ाई भी प्रभावित हो रहा है. बहरहाल, हादसे की जानकारी उच्च अधिकारियों अवगत करा दिया गया है. उम्मीद जताई जा रही है कि शिक्षा विभाग इस मामले को गंभीरता से लेगा और नए भवन की दिशा में उचित कदम उठाएगा.
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