प्रदीप गुप्ता, कवर्धा. जहां चाह वहां राह शिक्षा में सुधार के लिए सरकार कई तरह से प्रयास कर रही है. विद्यालयों में शिक्षण सत्र भी शुरू हो गया है, लेकिन कवर्धा जिले के जर्जर शासकीय स्कूल भवनों की मरम्मत का कार्य अधूरा ही है. ऐसे में बच्चे धूप और बारिश से बचने के तिरपाल लगाकर पढ़ाई करने को मजबूर हैं.
जिले के शासकीय प्राथमिक शाला सारंगपुर खुर्द की जहां 51 बच्चे अध्ययनरत हैं. भवन इतना जर्जर हो चुका है कि बच्चों के ऊपर छत का प्लास्टर और बारिश का पानी गिरने लगा था. फिर भी पढ़ाई के प्रति बच्चों की ललक कम नहीं हुई. जर्जर भवन के कारण बच्चों में जान जाने का डर सता रहा था. ऐसे में बच्चों ने अपने अभिभावकों को अवगत कराया और ग्रामीणों ने बच्चों के पढ़ाई-लिखाई के लिए, सांस्कृतिक मंच को स्कूल के रूप तैयार किया है. बारिश से बचने के लिए सांस्कृतिक मंच में तिरपाल भी लगाया है. इसके नीचे ही प्राथमिक स्कूल के कक्षा पहली से पांचवीं तक के 51 छात्र-छात्राएं शिक्षा ग्रहण कर रहे हैं. हालांकि यहां अन्य स्कूलों की तरह पंखे और टेबल कुर्सी तो नहीं हैं, लेकिन इस तिरपाल के नीचे बच्चों की जान सुरक्षित है.
हालांकि ऐसा नहीं है कि, शासन-प्रशासन को यहां के जर्जर स्कूल भवन की जानकारी नहीं है. शिक्षक और ग्रामीणों ने अफसरों तक वस्तुस्थिति से हर साल लगातर अवगत कराया और हालात को सुधारने के लिए निवेदन किया. लेकिन किसी ने नहीं सुनी न कोई उचित कदम उठाया. इस वर्ष भी भवन की हालात बद से बदत्तर देखा तो ग्रामीणों ने चंदा इकट्ठा कर तिरपाल लिया और मंच मे ही कक्षाएं शुरू कर दी. जब तक तिरपाल के नीचे कक्षाएं चल रही हैं तब तक चलेगी, उसके बाद स्कूल में ताला लगाने की चेतावनी दिया जा रहा है.
मीडिया के माध्यम से जब स्कूल की सच्चाई बाहर आई तो प्रशासन और शिक्षा विभाग के अधिकारी स्कूल का जायजा लेने पहुंचे और हमेशा की तरह अपनी सफाई देते रहे.
वहीं जिला शिक्षा अधिकारी इस पूरे मामले को लेकर कहा है कि, पिछले वर्ष यू डाइस में उस भवन की स्थिति अच्छी बताई गई थी. यही कारण है कि वहां मरम्मत के लिए राशि नहीं भेजी गई. वर्तमान में वहां की स्थिति से अवगत होने के बाद तत्काल मरम्मत की राशि जारी कर दी गई. साथ ही अतिरिक्त कक्ष हेतु भी कार्रवाई शुरू करने की बात जिला शिक्षा अधिकारी द्वारा बताई जा रही है. ऐसे में बच्चे और पालकों ने थोड़ी राहत की सांस ली है कि अब उनके स्कूल की मरम्मत हो जाएगी और उनके बच्चे सुरक्षित भवन में अध्ययन कर पाएंगे.
- छत्तीसगढ़ की खबरें पढ़ने यहां क्लिक करें
- उत्तर प्रदेश की खबरें पढ़ने यहां क्लिक करें
- लल्लूराम डॉट कॉम की खबरें English में पढ़ने यहां क्लिक करें
- खेल की खबरें पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें
- मनोरंजन की बड़ी खबरें पढ़ने के लिए करें क्लिक