अमृतांशी जोशी, भोपाल। मध्यप्रदेश में 12 से 14 साल के बच्चों के वैक्सिनेशन को लेकर चल रही तैयारी में थोड़ा बदलाव किया गया है। प्रदेश में बढ़ती गर्मी को देखते हुए बच्चों को वैक्सिनेशन से पहले अब ओआरएस का घोल पिलाया जाएगा। इसके लिए सभी सेंटर्स में खास व्यवस्था की जा रही है।
जानकारी के अनुसार प्रदेश में 30 लाख से भी ज्यादा बच्चों को टीका लगाया जाएगा। इस संबंध में स्वास्थ्य विभाग द्वारा हेल्थ वर्कर्स को खास ट्रेनिंग दे रही है। बच्चों के टीकाकरण को लेकर विशेष और बड़ा अभियान चलाया जाएगा।
बच्चों को कुपोषण से बचाने नई पहल
एमपी में बच्चों को कुपोषण से बचाने और पोषण स्तर पर सुधार लाने के लिए नई पहल की जा रही है। प्रदेश में 21 से 27 मार्च 2022 तक”स्वस्थ बालक-बालिका स्पर्धा” होगी। इसका उद्देश्य शून्य से 6 वर्ष की आयु वर्ग के पोषण स्तर में सुधार लाना और समुदाय का भावनात्मक जुड़ाव पैदा करना है। आंगनबाड़ी सेवाओं से छूटे क्षेत्र के बच्चे अभियान में शामिल होंगे। समाज के सभी वर्गों और क्षेत्रों में बच्चों के पोषण के प्रति परिवार एवं समुदाय को जागरूक किया जाएगा।
आंगनबाड़ी केंद्र, पंचायत, स्कूल, विशेष कैम्प, स्वास्थ्य केंद्र घर में आदि जगहों पर आयोजन होगा। श्रेष्ठ उपलब्धि वाले संभाग, जिले, परियोजना, सेक्टर और आंगनबाड़ी केंद्रा का स्वस्थ्य बालक- बालिका स्पर्धा के प्रभावी क्रियान्वयन के लिए राज्य स्तर से पुरस्कृत भी किया जायेगा। स्पर्धा में 0 से 6 वर्ष तक के आयु वर्ग के बच्चों की ऊँचाई, लंबाई और उम्र का डेटा संकलित करने में मदद मिलेगी।
मजदूरों को कैशलेस इलाज की सुविधा
इसी तरह अब प्रदेश के मजदूरों को कैशलेस इलाज की सुविधा मिलेगी। करीब 12 लाख 50 मजदूरों को आयुष्मान भारत योजना से जोड़ा जाएगा। इस योजना में मजदूरों को करीब 5 लाख तक का केशलैश इलाज मिलेगा। मध्यप्रदेश में सन्निर्माण और कर्मकार मंडल में रजिस्टर्ड 12 लाख 50 हजार मजदूरो को इसका फायदा मिलेगा। एक अप्रैल से मजदूरों को ये सुविधा मिलेगी।
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