लंदन. दुनियाभर में COVID-19 की महामारी फैलाने के बाद भी लगता है कि चीनी सत्ताधीशों को शर्म नहीं आया है. दुनिया के तमाम देशों का ध्यान जब COVID-19 की महामारी से जूझने में लगा है, ऐसे समय में चीन ने दक्षिण चीन समुद्र में वियतनाम के मछुआरों की नौका डूबो दी है. अमरीका ने चीन की इस हरकत की निंदा करते हुए मौके का फायदा उठाने से बचने की चेतावनी दी है.

दरअसल, चीन ने बीते 2 अप्रैल को वियतनाम के मछुआरों की नौका को डूबो दिया था. चीन प्राचीन 9 डेश नक्शे के आधार पर दक्षिण चीन सागर के बड़े हिस्से को अपना हिस्सा मानता हुए दूसरे देशों की गतिविधियों को रोकने की कोशिश करता रहता है. यहां तक की सागर के बीचों-बीच उसने एक निर्जन द्वीप को अपनी गतिविधियों के लिए अड्डा बना लिया है. चीन इस मामले में अंतरराष्ट्रीय कोर्ट द्वारा दिए गए फैसले को भी मानने से इंकार कर दिया है.

ऐसे में ताजा घटनाक्रम ने अमरीका को बाकायदा लिखित विरोध दर्ज कराने के लिए मजबूर कर दिया है. यूएस डिपार्टमेंट ऑफ स्टेट की ओर से प्रवक्ता मार्गन आर्टागस की ओर से 6 अप्रैल को जारी बयान में दक्षिण चीन समुद्र के पार्सले आईलैंड के समीप वियतनाम के मछुआरों के नाव को चीन द्वारा डुबोए जाने की घटना पर गहरी चिंता जताई है.

बयान में इस घटना को चीन के दक्षिण चीन सागर में इस तरह की गैरकानूनी घटनाओं की लंबी श्रृंखला का ताजा उदाहरण बताते हुए कहा कि वैश्विक महामारी के फैलने के बाद से बीजिंग (चीन की राजधानी) ने फियरे क्रास रिफ और सूबे रिफ पर स्थापित अपने सैनिक बेस पर रिसर्च स्टेशन बनाने की घोषणा करने के साथ स्पेशल सैनिक विमान उतारा है. इसके अलावा चीन स्पार्टले द्वीप के समीप अपनी सेना का जमावड़ा बढ़ा रहा है.

हम चीन से कहना चाहते हैं कि वैश्विक महामारी से निपटने में अंतरराष्ट्रीय प्रयास की मदद करने पर ध्यान दे और ऐसे समय में दूसरे देशों की कमजोरी और ध्यान भंग होने का फायदा उठाते हुए दक्षिण चीन सागर में अपने गैरकानूनी विस्तार पर लगाम कसे.