सुप्रिया पांडेय, रायपुर। चीन और पाकिस्तान की दोस्ती और भी मजबूत होती जा रही है वो भी ऐसे समय में जब दोनों ही देशों के साथ भारत का तनाव जारी है. चीन ने इस बीच पाकिस्तान की सैन्य क्षमता को मजबूर करने के लिए चार युद्धपोतों का निर्माण कर रहा है, जिसमे से दिन पहले ही इनमे से एक की लॉन्चिंग की है.

रिपोर्ट्स के मुताबिक, पाकिस्तानी नौसेना ने रविवार को यह कहा कि चीन की सरकारी शिपयार्ड हुडोंग जोंगुआ ने Type-054A/P युद्धपोत की लॉन्चिंग की. इन युद्धपोतों से हमें अपने क्षेत्र में शांति बनाए रखने में मदद मिलेगी. ये जहाज पाकिस्तानी नौसेना के आधुनिक जहाजों में से एक होगा जो जिसे भविष्य में चुनौतियों से निपटने के लिए उपयोग में लाया जाएगा.

चीनी मीडिया के अनुसार युद्धपोतो की मदद से पाकिस्तानी नौसेना कॉम्बैट क्षमता दोगुनी हो सकती है. चीनी कंपनियां इन युद्धपोतों को पाकिस्तान को अगले साल 2021 तक भेंट कर सकती है. बता दें कि चीन व पाकिस्तान मिलकर कई तरह की सैन्य उपकरणों का निर्माण कर रहें हैं, कुछ दिनों पहले पाकिस्तान के पीएम ने अपने एक साक्षात्कार में भी कहा था कि पाकिस्तान का भविष्य चीन के साथ में है.

चीन और पाकिस्तान दोनों ही देशों से भारत का जंग हो चुका है. बता दें कि चीन ने भारत पर 1962 में हमला किया था और लद्दाख का एक बड़ा हिस्सा अपने कब्जे में कर लिया था. पाकिस्तान के साथ भी भारत का कई बार मुकाबला हो चुका है जिसमें पाकिस्तान को कई बार हार का सामना करना पड़ा है.
ऐसा कहा जा रहा है कि चीन या पाकिस्तान से यदि भारत का टकराव होता है तो उसे दोनों देशों का मुकाबला करना पड़ेगा, साथ ही भारत के वर्तमान सीडीएस जनरल बिपिन रावत भी एक बयान सामने आया है जिसमें उन्होने कहा है कि भारत की सेना एक साथ ढाई मोर्चे के लिए तैयार है.. इस बात से यह अंदाजा लगाया जा सकता है कि भारत ने पहले से ही इसकी तैयारी कर ली है.

चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग इस वर्ष पाकिस्तान का दौरा करने वाले है ये दौरा मई माह में होने वाला था लेकिन कोरोना वायरस की वजह से रद्द कर दिया गया था. चीन के विदेश मंत्री वांग यी ने पिछले सप्ताह पाकिस्तानी समकक्ष शाह महमूद कुरैशी की खातिरदारी भी की थी. दोनो देशों ने नई मेगा डील पर सहमति प्रदान की. इसमें पाकिस्तानी रेल कनेक्टिविटी सुधारने पर लगभग 6.8 अरब डॉलर का समझौता भी हुआ.