इसी मुद्दे पर बुधवार को चुशूल घाटी में भारतीय सेना और चीनी सेना के बीच बातचीत हुई. इस बॉर्डर पर्सनल मीटिंग में ITBP के जवान भी शामिल हुए. बातचीत में सीमा पर तनाव कम करने पर सहमति बनी है. भारत-चीन सेना के जवानों ने एक-दूसरे को भरोसा दिया है कि आगे से ऐसी घटना नहीं होने देंगे.
ये वाकया तब हुआ जब सिक्किम के डोकलाम में चीन के साथ विवाद चरम पर है. इसी के बीच चीन ने लद्दाक में भारतीय सीमा में घुसने की कोशिश की है. मंगलवार सुबह करीब 11 बजे चीन के सैनिक पांच-छह गाड़ियां लेकर आए और उसे अपने इलाके में खड़ी कर पैदल भारतीय इलाके में घुस आए. चीनी सैनिकों को रोकने के लिए वहां तैनात आईटीबीपी के जवानों ने मानव श्रृंखला बना ली और उन्हें रोक लिया. इस दौरान दोनों देशों के सैनिकों के बीच हाथापाई हुई. यह विवाद आधे घंटे तक चला.
गौरतलब है कि पेंगोंग झील के इलाके पर दोनों देश अपना-अपना दावा करते रहे हैं. 1990 के दशक में भारत ने इस इलाके पर दावा किया था तो चीनी सेना ने यहां एक सड़क बनाकर इसे अक्साई चीन का हिस्सा बता डाला था. हालांकि बाद में भारत ने इसे अपने नियंत्रण में ले लिया था.