राजस्थान के उदयपुर में कांग्रेस का चिंतन शिविर जारी है, जिसमें पार्टी के तमाम बड़े और छोटे नेता हिस्सा ले रहे हैं. अब इस शिविर में मांग की गई है कि चुनावों के वक्त पार्टी के नेता मंदिर, मस्जिद, चर्च या दूसरे धार्मिक स्थलों में न घूमें. चिंतन शिविर में मौजूद कुछ सदस्यों ने ये प्रस्ताव रखते हुए कहा कि ऐसा करने से कांग्रेस के वोटर भ्रमित होते हैं. इससे सही संदेश नहीं जाता.

प्रस्ताव में इस बात पर भी जोर दिया गया कि कांग्रेस को बीजेपी के सामने एक मजबूत धर्म निरपेक्ष स्टैंड लेना चाहिए. मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा कि भाजपा एक ही बात करती है कि कांग्रेस ने क्या किया है. गांव तक चले जाओ हर घर में कांग्रेस मिलेगी. बुजुर्ग से पूछा जाए तो वह बताएगा कि कांग्रेस क्या है और क्या किया है? उन्होंने कहा कि बिजली, सड़क, अस्पताल और कंप्यूटर सब कांग्रेस ने किया है. उन्होंने कहा कि रविवार को सोनिया गांधी प्रस्तावों पर मुहर लगाएगी.


संगठन को मजबूत बनाने किया मंथन
इससे पहले कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने पार्टी के चिंतन शिविर के दूसरे दिन पार्टी महासचिवों, प्रदेश प्रभारियों, प्रदेश इकाई के अध्यक्षों, विधायक दल के नेताओं और कई अन्य वरिष्ठ नेताओं के साथ बैठक की.

सूत्रों का कहना है कि इस बैठक में चिंतन शिविर में विभिन्न विषयों पर हुई अब तक की चर्चा और संगठन को मजबूत बनाने को लेकर मंथन किया गया. इस बैठक में कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी, महासचिव प्रियंका गांधी वाद्रा, संगठन महासचिव के.सी. वेणुगोपाल, वरिष्ठ नेता दिग्विजय सिंह, मुख्यमंत्री भूपेश बघेल समेत कई नेता मौजूद थे.