Bihar Politics: बिहार में एसआईआर (SIR) को लेकर सियासत गरमाई हुई है। राजद नेता तेजस्वी यादव सदन से लेकर सड़क तक लगातार इसका कड़ा विरोध कर रहे हैं। अब तो उन्होंने यहां तक कह दिया है कि वे आगामी बिहार विधानसभा चुनाव का बहिष्कार कर सकते हैं। तेजस्वी के इस बयान पर केंद्रीय मंत्री और एलजेपी (रामविलास) के प्रमुख चिराग पासवान की तीखी प्रतिक्रिया सामने आई है।

हिम्मत है तो कर करके दिखाइए- चिराग

एक मीडिया चैनल से विशेष बातचीत में चिराग पासवान ने तेजस्वी यादव को सीधी चुनौती देते हुए कहा कि, “अगर आपको व्यवस्था पर भरोसा नहीं है तो बहिष्कार कीजिए, एक बार हिम्मत करके दिखाइए। चिराग ने कहा कि, ईवीएम का बहिष्कार तो कर नहीं पाए, अब कह रहे हैं कि वोटर लिस्ट में गड़बड़ी है। जब ईवीएम का मुद्दा खत्म हो गया, तो अब नया बहाना चाहिए। हर कुछ सालों में ये लोग कोई नया मुद्दा गढ़ लेते हैं, जनता भी बार-बार एक ही बात नहीं सुनना चाहती।”

‘2030 तक तो देर हो जाएगी’

वहीं चिराग पासवान ने यह भी स्पष्ट किया कि वे खुद इस बार विधानसभा चुनाव लड़ने की तैयारी में हैं। उन्होंने कहा, “अगर 2030 तक का इंतजार करूंगा तो देर हो जाएगी। मैं चाहता हूं कि जल्द ही बिहार जाकर मैदान में उतरूं। पार्टी की तरफ से प्रस्ताव आया है कि मुझे किसी सामान्य सीट से चुनाव लड़ना चाहिए और मैं सामान्य सीट से ही लड़ूंगा।”

‘जो गलत है वो बोलना जरूरी है’

जब चिराग से यह सवाल किया गया कि वे मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के समर्थन में प्रचार करेंगे, जबकि राज्य की कानून-व्यवस्था पर सवाल भी उठाते हैं, तो उन्होंने जवाब दिया, “गलत चीज पर चुप नहीं बैठा जा सकता। घर में भी अगर कुछ गलत होता है, तो लोग बोलते हैं। कानून-व्यवस्था राज्य सरकार का विषय है और इसमें सुधार की गुंजाइश है।”

‘नीतीश कुमार अब भी पूरी तरह सक्षम’

नीतीश कुमार की सेहत पर विपक्ष के सवालों पर चिराग ने कहा, “मेरी नीतीश कुमार से व्यक्तिगत मुलाकात होती रहती है। मैं मानता हूं कि वे बिहार का नेतृत्व करने में पूरी तरह सक्षम हैं। दरअसल विपक्ष के पास अब ठोस मुद्दे नहीं हैं, इसलिए वे मुद्दे गढ़ने की राजनीति कर रहे हैं।”

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