आईपीएस अधिकारी वाई. पूरन कुमार की कथित आत्महत्या की घटना ने देशभर में हलचल मचा दी है। इस मामले को लेकर केंद्रीय मंत्री और लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास) के प्रमुख चिराग पासवान ने कड़ा रुख अपनाते हुए इसे “व्यवस्था पर गहरा प्रश्नचिन्ह” बताया है। उन्होंने कहा कि यह घटना आज भी समाज में मौजूद जातिगत भेदभाव और मानसिकता की भयावह सच्चाई को उजागर करती है।

मीडिया से बात करते हुए चिराग पासवान ने कहा, “जिस तरह से आईपीएस अधिकारी वाई. पूरन कुमार के साथ यह दुर्भाग्यपूर्ण घटना घटी है, यह दर्शाता है कि आजादी के इतने वर्षों बाद भी ऐसी मानसिकता वाले लोग देश में और व्यवस्था में मौजूद हैं, जो आज भी जात, धर्म, मजहब के आधार पर उत्पीड़न करते हैं।”

उन्होंने बताया कि उन्होंने हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर से इस मामले को लेकर बातचीत की है और स्वर्गीय अधिकारी की पत्नी से भी संपर्क कर संवेदना जताई है।

चिराग पासवान ने कहा, “मैंने इस भावना को न केवल मुख्यमंत्री तक पहुंचाने का काम किया, बल्कि केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह तक भी यह बात रखी। इस बात को सुनिश्चित किया जाएगा कि जो भी दोषी होगा, उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।

उन्होंने आगे बताया कि इस मामले की गंभीरता को देखते हुए 6 सदस्यीय विशेष जांच टीम (SIT) का गठन कर दिया गया है, जो पूरे मामले की निष्पक्ष और गहन जांच करेगी।