पुरूषोत्तम पात्रा, गरियाबंद।  मैनपुर वन विभाग ने चीतल का शिकार करने के जुर्म में 8 आरोपियों को गिरफ्तार किया है. ग्रामीणों पर बेहराडीह बाजाघाटी के जंगल मे चीतल का शिकार करने का आरोप है. टीम ने आरोपियों द्वारा चीतल के शिकार में इस्तेमाल तीर कमान और कुल्हाड़ी को भी जब्त कर लिया है.

मैनपुर वन विभाग को रविवार के दिन बेहराडीह के ग्रामीणों से कक्ष क्रमांक 1076 में मृत चीतल की जानकारी प्राप्त हुई थी. जानकारी मिलते ही वन अमला मौके पर पहुंचा. अमले को मौके से एक तीर भी बरामद हुआ. जिससे चीतल का शिकार करने की शंका हुई.

वन अमले ने इसी आधार पर जांच को आगे बढ़ाया और मामले में प्रकरण के मुख्य संदिग्ध व्यक्ति रामसिंग वल्द शोभाराम को हिरासत में लेकर पूछताछ की, तो उसने अपना जुर्म कबूल कर लिया. वन अमले ने आरोपी से 03 नग तीर-कमान एवं 04 नग कुल्हाड़ी एवं खून से सना हुआ तीर भी जब्त कर लिया.

आरोपी रामसिंह ने पूछताछ में अपने साथ 7 अन्य के शामिल होने की जानकारी भी जांच टीम को दी. इसके बाद टीम ने सभी को हिरासत में लेकर वन अधिनियम के तहत धारा वन्य जीव (संरक्षण) अधिनियम 1972 की धारा 9 सहपठित धारा 2(16) धारा 39, 50, 51, 52 एवं भारतीय वन अधिनियम1927 की धारा 33 (क) 52 के तहत अपराध दर्ज कर न्यायालय में प्रस्तुत किया, जहां से सभी आठों आरोपियों को जेल भेज दिया गया.

इस कार्रवाई में परिक्षेत्र अधिकारी मैनपुर अनिल साहू, परिक्षेत्र अधिकारी इंदगांव(ध्रुरवागुडी) योगेश रात्रे, कैलाश चंद्र भोई, देवदत्त तिवारी, जुगलाल नायक तथा उदंती सीतानदी टाईगर रिजर्व के एंटी पोचिंग दस्ता के लोचन निर्मलकर, राकेश मारकण्डेय, हरिश राजपूत की अहम भूमिका रही.