लक्ष्मीकांड बंसोड, बालोद। लोगों को लुभावनी स्कीम का झांसा लेकर करोड़ रुपए का चूना लगाने वाले चिटफंड कंपनी दिव्यानी प्रापर्टी लिमिटेड के डायरेक्टर उपेन्द्र सिंह तोमर को गिरफ्तार करने में सफलता पाई है. वर्ष 2015 से फरार चल रहा चिटफंड कंपनी का डायरेक्टर मध्यप्रदेश पुलिस में आरक्षक की नौकरी कर रहा था. चिटफंड कंपनी के चार डायरेक्टर को पहले ही गिरफ्तार किया जा चुका है.

जानकारी के अनुसार, दिव्यानी प्रापर्टी लिमिटेड नामक चिटफंड कंपनी के संचालक ने एजेन्ट के माध्यम से कंपनी की लुभावनी स्कीम एवं अधिक ब्याज का लालच देकर आम जनता से करोड़ों रुपए जमा कराकर परिपक्वता तिथि और समयावधि में रकम नहीं देकर फरार हो गए थे. इस पर प्रार्थियों की शिकायत पर बालोद थाना में आरोपियों के खिलाफ धारा 420, 467, 468, 471, 406, 34 भादवि, 3, 4, 5 ईनामी चिटफंड एवं धन परिचालन स्कीम पाबंदी अधिनियम, धारा 10 छग निपेक्षकों के हितों का सरंक्षण अधिनियम के तहत अपराध पंजीबद्ध कर विवेचना में लिया गया था.

प्रकरण के विवेचना में नामजद चार डायरेक्टर को पूर्व में गिरफ्तार कर जेल भेजा जा चुका है. वहीं फरार अन्य आरोपियों को पकड़ने के लिए पुलिस महानिरीक्षक दुर्ग रेंज बीएन मीणा के निर्देशन पर बालोद पुलिस अधीक्षक जितेन्द्र कुमार यादव के मार्गदर्शन में एएसपी बालोद हरीश राठौर और बालोद एसडीओपी प्रतीक चतुर्वेदी व सायबर सेल डीएसपी राजेश बागडे ने एक विशेष टीम तैयार कर मध्यप्रदेश के भिण्ड, मुरैना व ग्वालियर के लिए रवाना किया था. टीम ने इन जगहों पर कैंप लगाकर आरोपियों के एक-एक पते पर जाकर जानकारी ली.

इस दौरान एक डायरेक्टर उपेन्द्र सिंह तोमर पिता भगवानसिंह तोमर के भिंड पुलिस कार्यालय में आरक्षक के पद पर नौकरी करने की जानकारी मिली. सूचना पर छापामार कार्रवाई कर आरोपी डायरेक्टर उपेंद्र सिंह को गिरफ्तार किया गया. पूरे प्रकरण में विवेचना और आरोपियों की पतासाजी में बालोद थाना प्रभारी निरीक्षक नवीन बोरकर, कवंर चौकी प्रभारी सउनि धरम भुआर्य, आरक्षक योगेश सिन्हा, प्रवीण साहू, पिपेश्वर बंजारे, भोपसिंह साहू, मिथलेश यादव की सराहनीय भूमिका रही.

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