शैलेंद्र पाठक, बिलासपुर– सिम्स चिल्ड्रन वार्ड के पावर पैनल में आग लगने के बाद आईसीयू में भर्ती किए गए एक और बच्चे की मौत हो गई. इस घटना से कुल दो बच्चों की मौत हो गई. बुधवार को स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव निजी अस्पताल में भर्ती बच्चों को देखने पहुंचे. उन्होंने डॉक्टरों से बच्चों की इलाज के बारे में जानकारी ली. मंत्री सिंहदेव ने पीड़ित परिवार से किसी भी तरह के अस्पताल खर्च लेने की मनाही कर दी है.
गौरतलब है कि मंगलवार को बिलासपुर के सरकारी अस्पताल सिम्स चिल्ड्रन वार्ड के पावर पैनल में शार्ट सर्किट से आग लगने के बाद नवजात बच्चों को आनन-फानन में आईसीयू से हटाया गया. जिसके चलते इलाज के दौरान निजी अस्पताल में दो बच्चों की मौत हो गई. इस घटना के बाद 16 नवजात बच्चों को निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया है.
टीएस सिंहदेव घटना के दूसरे दिन सिम्स के रेडियो डायगोनिक विभाग और गैस मेनिफोल्ड रूम का जायजा लिया और इसे भी तत्काल अस्पताल के दूसरे जगह पर शिफ्ट करने का निर्देश दिए. वे इसके उपरांत अन्य निजी अस्पताल में भी गये, जहां सिम्स से शिफ्ट किये गये बच्चों का इलाज हो रहा है. उन्होंने बच्चों के स्वास्थ्य का हालचाल जाना और परिजनों से बातचीत की.
इसके बाद टीएस सिंहदेव ने कहा कि बच्चे कम वजन के है, उनका जीवन संघर्ष भरा है, उनका इलाज जारी है. बच्चों की मौत किस कारण से हुई है उसका पता जांच के बाद चलेगा. फिलहाल घटना की जांच के लिए टीम गठित की गई है, जिसकी रिपोर्ट आने के बाद दोषियों पर कार्यवाही होगी. सिंहदेव के साथ बिलासपुर विधायक शैलेष पाण्डेय, कलेक्टर डॉ. संजय अलंग और सिम्स के डीन डॉ. डीके पात्रा भी उपस्थित थे.
सिम्स बिल्डिंग चलने लायक नहीं होगा तो बदलेंगे
अस्पताल में आखिर किस क्वालिटी का सामान लगा यह सब देखे जाएंगे. अभी कुछ भी बोलना ठीक नहीं है. स्वास्थ्य मंत्री ने ये भी कहा कि इसकी समीक्षा करेंगे की सिम्स इस बिल्डिंग में चलने लायक है या नहीं और नहीं होगा तो सिम्स को बंद करेंगे.