सत्या राजपूत, रायपुर। छत्तीसगढ़ के युवाओं के लिए तकनीकी शिक्षा और रोजगार के क्षेत्र में सुनहरा अवसर एक बार फिर सिपेट (CIPET) के माध्यम से सामने आया है। केंद्रीय पेट्रोरसायन अभियांत्रिकी एवं प्रौद्योगिकी संस्थान (CIPET) ने शैक्षणिक सत्र 2025 के लिए प्रवेश प्रक्रिया प्रारंभ कर दी है। इसके लिए CIPET ADMISSION TEST-2025 का आयोजन 9 जून 2025 को ऑनलाइन माध्यम से किया जाएगा। संस्थान द्वारा संचालित रोजगारोन्मुखी पाठ्यक्रमों में प्रवेश के लिए आवेदन की अंतिम तिथि 29 मई 2025 निर्धारित की गई है। राजधानी रायपुर के भनपुरी स्थित सिपेट संस्थान में आज पत्रकारों के लिए विशेष शैक्षणिक भ्रमण का आयोजन किया गया, जहां संस्थान की गतिविधियों, तकनीकी सुविधाओं और रोजगार अवसरों पर विस्तार से जानकारी दी गई।

संस्थान के प्रधान निदेशक डॉ. आलोक साहू ने बताया कि सिपेट अध्ययन, शोध, विकास एवं औद्योगिक तकनीक उन्नयन के क्षेत्र में एक अद्वितीय संस्थान है। रसायन व उर्वरक मंत्रालय एवं रसायन व पेट्रोरसायन विभाग, भारत सरकार के अंतर्गत संपूर्ण देश में संस्थान विशिष्टता से संचालित है। छत्तीसगढ़ राज्य में सिपेट के दो केंद्र स्थापित हैं, जिनमें राजधानी रायपुर और ऊर्जा राजधानी कोरबा सम्मिलित हैं। रायपुर में प्लॉट नं. 48, औद्योगिक क्षेत्र भनपुरी तथा कोरबा में स्याहीमुड़ी ग्राम के एजुकेशन हब में स्थित है।

सिपेट में AICTE द्वारा मान्यता प्राप्त पाठ्यक्रमों पोस्ट ग्रेजुएट डिप्लोमा इन प्लास्टिक्स प्रोसेसिंग एंड टेस्टिंग (PGD-PPT, पाठ्यक्रम अवधि – 2 वर्ष), डिप्लोमा इन प्लास्टिक मोल्ड टेक्नोलॉजी (DPMT पाठ्यक्रम अवधि – 3 वर्ष), तथा डिप्लोमा इन प्लास्टिक टेक्नोलॉजी (DPT पाठ्यक्रम अवधि – 3 वर्ष) के लिए सिपेट प्रवेश परीक्षा (CIPET ADMISSION TEST-2025) के द्वारा प्रवेश प्रारंभ है। इनमें प्रवेश के लिए 09.06.2025 को ऑनलाइन परीक्षा आयोजित होगी। प्रवेशार्थी ऑनलाइन आवेदन https://cipet25.onlineregistrationform.org/CIPET/ वेबसाइट के माध्यम से कर सकते हैं। आवेदन जमा करने की अंतिम तिथि 29.05.2025 निर्धारित की गई है। PGD-PPT के लिए प्रवेश योग्यता B.Sc. एवं DPMT तथा DPT के लिए 10वीं उत्तीर्ण है। यह समस्त पाठ्यक्रम रोजगारोन्मुखी हैं, जिनमें निजी क्षेत्र में रोजगार व स्वयं के उद्योग की स्थापना भी सम्मिलित है। भविष्य में प्लास्टिक्स/पेट्रोकेमिकल्स इंजीनियरिंग व टेक्नोलॉजी के क्षेत्र में अपार संभावनाएं हैं। विस्तृत जानकारी सिपेट रायपुर के कार्यालय या वेबसाइट www.cipet.gov.in पर भी प्राप्त की जा सकती है।

सिपेट में संचालित पाठ्यक्रमों में पढ़ाई के लिए आर्थिक सहायता के प्रश्न पर डॉ. आलोक साहू द्वारा जानकारी देते हुए बताया गया कि सभी SC, ST, OBC विद्यार्थियों के लिए राज्य शासन द्वारा प्रदान की जाने वाली छात्रवृत्ति की सुविधा है। जो विद्यार्थी आर्थिक रूप से सक्षम नहीं हैं, उनके लिए श्रम कार्ड से नोनी बाबू योजना और जिला DMF फंड से आर्थिक सहयोग की सुविधा भी उपलब्ध है।

पढ़ाई के बाद रोजगार के अवसर के बारे में जानकारी दी गई कि सिपेट द्वारा 100% रोजगार के अवसर छात्र-छात्राओं को प्रदान कराए जाते हैं।

डॉ. आलोक साहू द्वारा बताया गया कि विगत 5 वर्षों में लगभग 900 से अधिक छात्र–छात्राओं ने पढ़ाई की, जिन्हें 4 लाख से 8 लाख रुपए तक के वार्षिक पैकेज पर नियोजन दिलाया गया है। साथ ही बताया गया कि सिपेट के विभिन्न केंद्रों में डिप्लोमा से लेकर PhD की पढ़ाई तक की सुविधाएं उपलब्ध हैं।

सिपेट में संचालित पाठ्यक्रमों, कौशल विकास प्रशिक्षण कार्यक्रमों एवं सत प्रतिशत रोजगार के अवसरों के साथ-साथ, सिपेट में उपलब्ध तकनीकी सुविधाओं की जानकारी प्रदान करने के लिए प्रदेश के प्रिंट और इलेक्ट्रॉनिक मीडिया जगत के प्रतिनिधियों ने आज सिपेट के भनपुरी स्थित संस्थान का “शैक्षणिक भ्रमण” का कार्यक्रम आयोजित किया। साथ ही सिपेट के प्रधान निदेशक एवं प्रमुख डॉ. आलोक साहू से प्लास्टिक के क्षेत्र में रोजगार के अवसर एवं सिपेट की भूमिका पर सभी प्रतिनिधियों की चर्चा हुई।