हेमंत शर्मा इंदौर। शहर क्राइम ब्रांच की बड़ी जादूगरी सामने आई है। चोरी की 5 मोटरसाइकिल को पुलिस ने चोर से बरामद किया था और कागज पर पुलिस ने जब्ती में दिखाई 4 बाइक। पुलिस की इस जादूगरी के कारण एक फरियादी को 14 दिन परेशान होना पड़ा। वरिष्ठ अधिकारियों से शिकायत के बाद फरियादी को गाड़ी कोर्ट से मिली है।

दरअसल राजेंद्र सिंह 15 मार्च को इंदौर खजराना गणेश मंदिर दर्शन करने के लिए गए थे। दर्शन करने के बाद वापस लौटे तो उनकी गाड़ी मौके पर नहीं मिली। जिसकी शिकायत खजराना थाने में की और 16 मार्च को पुलिस ने पूरे मामले में चोरी की एफआईआर दर्ज कर ली। 21 मार्च को इंदौर क्राइम ब्रांच ने 14 से 5 मोटरसाइकिलों को बरामद किया था। जिसके बाद पुलिस जब्ती में चार ही वाहनों की जब्ती दर्शाई गई। फरियादी राजेंद्र के मुताबिक क्राइम ब्रांच थाने में पदस्थ भदोरिया ने मिलकर बात करने की बात कही थी और नहीं मिलने के बाद वाहन को पुलिस जब्ती में नहीं दिया और खजराना थाने पर खड़ा कर दिया।

फरियादी लगातार अपनी गाड़ी की जब्ती के लिए थाने और क्राइम ब्रांच का लगातार चक्कर काटता रहा, किसी ने फरियादी की नहीं सुनी। इसके बाद फरियादी डीसीपी क्राइम निमिष अग्रवाल के पास पहुंचा तब डीसीपी साहब ने जब्ती बनाने वाले पुलिसकर्मी की खिंचाई कर दी और जवाब नहीं दे सका। इसके बाद डीसीपी क्राइम ने खजराना पुलिस को गाड़ी की जब्ती बनाने के लिए कहा और सोमवार को गाड़ी की जब्ती बनने के बाद गाड़ी फरियादी को इंदौर जिला कोर्ट से सुपुर्द की गई। लंबे समय तक परेशान होने के बाद फरियादीअपने वाहन को प्राप्त कर सका।

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