Mamta Kulkarni Mahamandleshwar controversy. ममता कुलकर्णी के महामंडलेश्वर बनने के विवाद के बीच बड़ा अपडेट सामने आया है. ममता कुलकर्णी जब से महामंडलेश्वर बनीं है तब से अखाड़ों में बवाल शुरु हो गया है. इस बीच सूत्रों के हवाले से बड़ा अपडेट सामने आया है. दावा किया जा रहा है कि किन्नर अखाड़े ने 50 लाख की मोटी रकम लेकर ममता को महामंडलेश्वर बनाया है.
बता दें कि मशहूर बॉलीवुड एक्ट्रेस ममता कुलकर्णी अब चकाचौंध की दुनिया को छोड़ सन्यास की ओर चल पड़ी हैं. वे अब किन्नर अखाड़े की महामंडलेश्वर बन गई हैं. उन्होंने महाकुंभ में संन्यास ले लिया है. अब भगवा वस्त्र और रुद्राक्ष की माला पहने उनका नया रुप सामने आया है. वे अब ‘यामाई ममतानंद गिरी’ के नाम से जानी जाएंगी. इधर महामंडलेश्वर के रूप में ममता कुलकर्णी के पट्टाभिषेक के बाद अब विवाद शुरु हो गया है. किन्नर महामंडलेश्वर हिमांगी सखी ने इस पर सवाल उठाए हैं.
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हिमांगी सखी का कहना है कि किन्नर अखाड़े ने एक स्त्री का महामंडलेश्वर क्यों बनाया है. उन्होंने ममता कुलकर्णी को दीक्षा दिए जाने पर सवाल उठाते हुए कहा कि किन्नर अखाड़ा किन्नरों के लिए है, तो फिर एक स्त्री को महामंडलेश्वर क्यों बनाया? अगर इसी तरह हर वर्ग को महामंडलेश्वर बनाना है तो फिर अखाड़े का नाम किन्नर क्यों रखा गया है.
स्वामी आनंद स्वरूप ने पहले ही लगाया था आरोप
इसके बाद शांभवी पीठाधीश्वर स्वामी आनंद स्वरूप ने भी इसका विरोध किया. उन्होंने आरोप लगाया कि अखाड़े में पद पैसे लेकर दिए जा रहे हैं. उन्होंने 13 अखाड़ों पर भी सवाल उठाए और कहा कि अखाड़ा परंपरा से भटक चुका है. स्वामी आनंद स्वरूप ने किन्नर अखाड़े के अस्तित्व पर भी सवाल उठाए.
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