हेमंत शर्मा, रायपुर। कोरोना की वजह से लगे लॉकडाउन से तमाम लोग परेशान रहे, लेकिन इस दौरान एक अच्छी बात भी हुई. अपराधों की संख्या में कमी आई, यह कहीं और नहीं बल्कि प्रदेश के प्रशासनिक के साथ-साथ अपराध की राजधानी रायपुर में. इनमें बड़े और गंभीर किस्म के अपराधों में जहां कमी दर्ज की गई, वहीं चाकूबाजी की घटनाएं बढ़ गई. अवैध शराब के साथ सट्टा के मामले तो दोगुने हो गए.

रायपुर एसएसपी अजय यादव ने रायपुर पुलिस ने वर्ष 2020 के अपराध के आंकड़े पेश करते हुए बताया कि वर्ष 2019 के मुकाबले 2020 में कम अपराध हुए. वर्ष 2019 में हत्या के 76 मामले थे, तो 2020 में यह 75 हो गया. 2019 में गैर इरादतन हत्या के 4 मामले थे तो 2020 में 2 दर्ज किए गए. बलात्कार के 2019 में 283 प्रकरण आए थे, तो 2020 में 246 प्रकरण आए. लूट के मामले 2019 में  86 तो 2020 में 55 मामले ही दर्ज किए गए. नकबजनी के 583 मामले थे, जो 483 पर पहुंच गए. 2019 में चोरी की 1548 घटनाएं हुई तो 2020 में 1137 घटनाएं हुई.

इसी तरह से धोखाधड़ी की 2019 में 365 मामले थे, जो 2020 में 258 हो गए. आगजनी के 2019 में 49 मामलों की तुलना में 2020 29 मामले सामने आए. छेड़छाड़ (354) के 2019 में 218 मामले थे, जो 2020 में 183 मामले दर्ज किए गए. इसके अलावा यौन उत्पीड़न के 2019 में 56 मामले दर्ज किए गए, वहीं 2020 में 39 मामले सामने आए.

एसएसपी ने बताया कि वर्ष 2020 में लूट के 55 प्रकरणों में से 49 प्रकरण में आरोपियों की गिरफ्तारी तो 75 प्रतिशत माल की बरामदगी हुई. डकैती के सभी मामलों का खुलासा हुआ और 74 प्रतिशत माल की बरामदगी की गई. हत्या के सभी मामलों में आरोपियों की गिरफ्तारी की गई. यही नहीं 2020 में 9 प्रकरणों में 15 दिन के भीतर अभियोग पत्र प्रस्तुत किया गया. साल 2019 की तुलना में लगभग 100 प्रतिशत अधिक अवैध शराब के मामलों में कार्रवाई की गई. 2019 में 5 हजार 467 लीटर शराब जब्त किया गया था, तो साल 2020 में 10,203 लीटर अवैध शराब जब्त किया गया.