
नई दिल्ली। कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव और मध्यप्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री ने अपने डोंगरगढ़ दौरे के कार्यक्रम में फेरबदल किया है. अब वे 26 सितंबर की रात को डोंगरगढ़ से लौट आएंगे और 27 सितंबर को दिन भर रायपुर में रहेंगे. 27 को ही वे वापस मध्यप्रदेश चले जाएंगे. इसके बाद उनका 6 महीने का नर्मदा पैदल परिक्रमा का कार्यक्रम शुरु हो जाएगा.
चर्चा है कि छत्तीसगढ कांग्रेस के आला नेताओं के बीच गुटबाज़ी की ख़बरों के बाद दिग्विजय सिंह ने अपने कार्यक्रम में फेरबदल किया है. मंगलवार को जिस तरीके से संगठन चुनाव के अंतर्गत जिला अध्यक्षों और ब्लॉक अध्यक्षों के बीच मतभेद की स्थिति निर्मित हुई थी.पार्टी की गुटबाज़ी चरम पर पहुंच गई. दो सबसे प्रभावशाली नेताओं भूपेश बघेल और चरणदास महंत के बीच जिस तरह तनीतनी उसने पार्टी के कान खड़े कर दिए थे. इस बात की चर्चा ज़ोरों पर है कि पार्टी के एक वरिष्ठ नेता ने खुद दिग्विजय सिंह को फोन करके हालात की जानकारी दी है.
चूंकि पार्टी के सभी नेताओं के राजनीतिक गुरु दिग्विजय सिंह है. लिहाज़ा वो सबको बेहतर तरीके से साध सकते हैं. 26 का उनका डोंगरगढ़ दौरा पूर्व निर्धारित था.25 या 26 सितंबर को जिला अध्यक्षों और ब्लॉक अध्यक्षों की घोषणा संभावित है. लिहाज़ा ये मतभेद उस दौरान और मुखर हो सकता है. हालात को संभालने अब दिग्विजय सिंह ने मोर्चा संभाल लिया है. वे पार्टी के सभी नेताओं से इस मुद्दे पर चर्चा करेंगे.
गौरतलब है कि दिग्विजय सिंह के पिछले दौरे में पार्टी के नेताओं ने उसने छत्तीसगढ़ प्रभारी बनने का आग्रह किया था. वो प्रभारी बनने की रेस में सबसे आगे थे लेकिन अचानक पीएल पुनिया को कमान सौंप दी गई.