Muzaffarpur News: मुजफ्फरपुर के बाबा गरीबनाथ मंदिर में श्रावण मास की तीसरी सोमवारी (28 जुलाई) पर भी भारी अफरातफरी और हंगामे की तस्वीरें सामने आई हैं। आमगोला मुख्य कांवरिया पथ से लेकर मंदिर के गर्भगृह तक शिवभक्तों की सेवा में लगे युवाओं और पुलिसकर्मियों के बीच जमकर झड़प हुई। इस दौरान मारपीट, धक्का-मुक्की और कुर्सी-बाल्टी फेंकने जैसी घटनाएं देखी गईं।

आपस में भिड़े सेवा दल के सदस्य

प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, मामूली विवाद ने अचानक उग्र रूप ले लिया और देखते ही देखते सेवा दल के सदस्य एक-दूसरे पर टूट पड़े। इससे श्रद्धालुओं को भारी परेशानी का सामना करना पड़ा। कई श्रद्धालु अफरा-तफरी में इधर-उधर भागते नजर आए। इस पूरी घटना के कई वीडियो अब सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे हैं, जिनमें सेवा व्यवस्था की पोल खुलती नजर आ रही है।

पहले दो सोमवार को भी हुए थे हंगामे

यह पहला मौका नहीं है जब सेवा दल और पुलिस के बीच टकराव हुआ हो। 14 जुलाई को पहली सोमवारी के दिन एक सेवा दल का सदस्य अपने परिचित को विशेष प्रवेश दिलाने की कोशिश में मंदिर के दूसरे सेवा दल और तैनात पुलिसकर्मियों से भिड़ गया था। उस समय भी कहासुनी इतनी बढ़ गई थी कि सुरक्षा बलों को बीच में आकर मामला शांत कराना पड़ा।

इसके बाद 21 जुलाई को दूसरी सोमवारी को विवाद और बढ़ गया। मंदिर परिसर के अंदर ही कुछ सेवा दल के युवकों ने पुलिसकर्मियों से हाथापाई शुरू कर दी। बताया जा रहा है कि किसी खास मार्ग से प्रवेश को लेकर यह विवाद हुआ था। स्थिति ऐसी बन गई कि ड्यूटी पर तैनात पुलिस जवानों को खुद की सुरक्षा में मोर्चा संभालना पड़ा।

प्रशासन की चुप्पी से श्रद्धालुओं में नाराजगी

तीनों सोमवार की घटनाओं में पुलिस ने मौके पर पहुंचकर हालात तो संभाले, लेकिन अब तक किसी सेवा दल के खिलाफ सख्त कार्रवाई नहीं की गई है। प्रशासन की इस चुप्पी को लेकर श्रद्धालुओं में रोष बढ़ता जा रहा है। लोगों का कहना है कि हर सोमवार को इस तरह की अव्यवस्था से श्रद्धा और भक्ति का माहौल प्रभावित हो रहा है।

स्थानीय प्रशासन से उम्मीद की जा रही है कि आगामी सोमवारी को लेकर सख्त रणनीति अपनाई जाएगी ताकि इस पवित्र मौके पर किसी तरह का हंगामा न हो और श्रद्धालु शांति से दर्शन कर सकें।

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