अमित पांडेय, खैरागढ़। स्वच्छ भारत मिशन की चमकदार तस्वीरों और दावे प्रतिदावों के बीच खैरागढ़ में कचरा प्रबंधन की असलियत बेहद भयावह होती जा रही है. शहर के विभिन्न वार्डों से रोजाना उठाया जाने वाला अपशिष्ट जिसमें घरेलू कचरे से लेकर मेडिकल वेस्ट, प्लास्टिक और अन्य खतरनाक ठोस अपशिष्ट शामिल हैं इन्हें शहर के बाहरी हिस्से मुड़पार खार के खुले मैदान में डंप कर दिया जाता है. यह प्रक्रिया न सिर्फ नियमों की धज्जियां उड़ाती है, बल्कि नागरिकों, किसानों और मवेशियों के लिए गंभीर संकट बन चुकी है.


कचरे के ढेरों में आग लगाए जाने से उठता जहरीला धुआं हवा में घुलकर पूरे इलाके में फैल रहा है. आसपास के मोहल्लों के लोग लगातार खांसी, आंखों में जलन और सांस लेने में परेशानी जैसी समस्याओं से जूझ रहे हैं. खासकर दमा और फेफड़ों की बीमारियों से पीड़ित मरीजों पर इसका खतरनाक असर स्पष्ट दिख रहा है.
इधर किसान भी परेशान हैं धुएं की परतें उनके खेतों तक पहुंच रही हैं, जिससे फसलें झुलस रही हैं और उत्पादन पर सीधा असर पड़ रहा है. उड़कर खेतों में पहुंचने वाला प्लास्टिक और मेडिकल अपशिष्ट मिट्टी की उर्वरता को खराब कर रहा है.मामला यहीं नहीं रुकता खुले में पड़े अपशिष्ट के ढेर स्थानीय मवेशियों के लिए जाल बन चुके हैं. गाय बैल इनमें से प्लास्टिक और मेडिकल वेस्ट तक खा रहे हैं, जो उनके स्वास्थ्य के लिए जानलेवा साबित हो सकता है. इन सबके बावजूद नगर पालिका खैरागढ़ का रवैया अत्यंत उदासीन है. जब इस गंभीर मुद्दे पर प्रतिक्रिया लेने की कोशिश की गई, तो जिम्मेदार अधिकारी कार्यालय से नदारद मिले. न निगरानी, न रोकथाम, न कोई ठोस रणनीति स्थिति साफ बताती है कि कागज़ों में चलने वाला “स्वच्छता अभियान” और ज़मीनी हकीकत के बीच खाई कितनी गहरी है.
स्थानीय लोगों का कहना है कि यदि समय रहते नगरपालिका प्रशासन जागा नहीं, तो आने वाले दिनों में स्वास्थ्य और कृषि से जुड़ी बड़ी समस्या खड़ी हो सकती है. स्वच्छ भारत मिशन पर करोड़ों खर्च करने वाली प्रणाली आखिर कब महसूस करेगी कि असली सफाई चमकती रिपोर्टों में नहीं, बल्कि जिम्मेदारी निभाने में दिखती है? खैरागढ़ के लोगों की यही मांग है कचरा प्रबंधन के नाम पर चल रही यह लापरवाही अब बंद हो, और प्रशासन इस संकट को तत्काल प्राथमिकता में लेकर ठोस कदम उठाए.
- छत्तीसगढ़ की खबरें पढ़ने यहां क्लिक करें
- लल्लूराम डॉट कॉम की खबरें English में पढ़ने यहां क्लिक करें
- खेल की खबरें पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें


