दिल्ली में स्वच्छता व्यवस्था को और अधिक मजबूत बनाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम उठाते हुए मेयर सरदार राजा इकबाल सिंह ने MCD मुख्यालय से 17 बैकहो लोडर और 2 सुपर सकर मशीनों को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। अत्याधुनिक तकनीक से लैस ये मशीनें राजधानी में कचरा प्रबंधन, नालों की सफाई और स्वच्छता से जुड़े कार्यों को तेज़ी और कुशलता से अंजाम देने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएँगी। कार्यक्रम के दौरान डिप्टी मेयर जय भगवान यादव, स्थायी समिति की अध्यक्ष सत्या शर्मा, उपाध्यक्ष सुंदर सिंह, DEMS समिति के अध्यक्ष संदीप कपूर सहित कई वरिष्ठ अधिकारी मौजूद रहे।
मेयर इकबाल सिंह ने कहा कि भारत सरकार, दिल्ली सरकार और एमसीडी मिलकर नागरिकों को बेहतर सुविधाएँ देने और राजधानी को विश्व-स्तरीय शहर बनाने की दिशा में लगातार काम कर रहे हैं। उन्होंने बताया कि मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता के मार्गदर्शन में एमसीडी स्वच्छता ढांचे को लगातार मजबूत कर रहा है और आधुनिक मशीनों की तैनाती इसी प्रयास का हिस्सा है।
नई मशीनें बढ़ाएंगी MCD की कार्यक्षमता
मेयर ने बताया कि नए 17 बैकहो लोडर और 2 सुपर सकर मशीनें एमसीडी के स्वच्छता अभियानों में अभूतपूर्व तेजी लाएँगी। इन मशीनों के जुड़ने से एमसीडी के बैकहो लोडर बेड़े की कुल संख्या बढ़कर 52 हो गई है। सभी मशीनें स्वच्छता पूंजी मद के तहत खरीदी गई हैं और बेहतर ऑपरेशन एवं मेंटेनेंस व्यवस्था के तहत संचालित की जाएँगी। इससे शहरभर में कचरा प्रबंधन और सफाई से जुड़े कार्यों में और तेजी आएगी।
तकनीक से लैस हैं मशीनें
मेयर इकबाल सिंह ने कहा कि नई मशीनों की तैनाती से नालों की सफाई, कचरा उठान और डंपिंग कार्यों में तेजी आएगी और मैनुअल श्रम पर निर्भरता कम होगी। अत्याधुनिक तकनीक के कारण ये मशीनें तंग और कठिन इलाकों में भी प्रभावी ढंग से काम कर सकेंगी। इससे स्वच्छता प्रक्रिया में पारदर्शिता बढ़ेगी और नागरिकों को समय पर बेहतर सेवाएं मिल सकेंगी।
वार्ड स्तर पर स्वच्छता में आएगा सुधार
एमसीडी द्वारा उठाए जा रहे ये कदम ‘स्वच्छ दिल्ली’ अभियान को और मजबूती देंगे। मेयर ने कहा कि इन मशीनों के संचालन से वार्ड स्तर पर स्वच्छता कार्यों की गुणवत्ता बेहतर होगी और स्थानीय स्तर पर कचरा प्रबंधन अधिक सक्षम होगा। एमसीडी लगातार अपनी स्वच्छता अवसंरचना को आधुनिक बना रहा है ताकि नागरिकों को अधिक स्वच्छ, सुरक्षित और कुशल सेवाएं प्रदान की जा सकें।
बैकहो लोडर की मुख्य विशेषताएं और लाभ
दिल्ली की स्वच्छता व्यवस्था को सुदृढ़ बनाने के लिए एमसीडी ने अपने बैकहो लोडर बेड़े में 17 नई मशीनें शामिल की हैं, जिससे कुल संख्या बढ़कर 52 हो गई है। ये मशीनें मिश्रित नगरपालिका कचरे को उठाने, लोडिंग और हैंडलिंग में सक्षम हैं और फ्रंट व रियर बकेट से लैस होने के कारण इन्हें बहुउद्देश्यीय बनाया गया है।
नई तकनीक के कारण मैनुअल श्रम पर निर्भरता कम होगी और सफाई कार्यों में तेजी आएगी। इन मशीनों की गुणवत्ता का परीक्षण IIT दिल्ली द्वारा किया गया है। प्रत्येक यूनिट की लागत 33.28 लाख रुपये है और इनकी खरीद खुली ऑनलाइन प्रतिस्पर्धी बोली प्रक्रिया के माध्यम से की गई है। इन मशीनों का उपयोगी जीवनकाल 10 वर्ष निर्धारित किया गया है।
मशीनों से नालों की सफाई को मिलेगी रफ्तार
इसी क्रम में, एमसीडी ने दो नए सुपर सकर यूनिट भी अपने बेड़े में शामिल किए हैं। प्रत्येक यूनिट में एक मुख्य यूनिट, दो डंप टैंक और एक पानी का टैंकर शामिल है। BS-VI मानकों के अनुरूप ये मशीनें अब एमसीडी के सुपर सकर बेड़े की कुल संख्या को 8 तक ले जाती हैं।
ये मशीनें संवेदनशील ड्रेनेज पॉइंट्स पर पूरे वर्ष नालों की सिल्ट सफाई और अवरोध हटाने में अत्यंत उपयोगी होंगी, जिससे शहर के ड्रेनेज नेटवर्क की विश्वसनीयता और रखरखाव में सुधार होगा। इन मशीनों का गुणवत्ता परीक्षण IIT दिल्ली द्वारा किया गया है। प्रत्येक सेट की लागत 214 लाख रुपये है, जिसे खुली ऑनलाइन प्रतिस्पर्धी बोली के माध्यम से खरीदा गया है। इनकी उपयोगी आयु 10 वर्ष निर्धारित की गई है।
Follow the LALLURAM.COM MP channel on WhatsApp
https://whatsapp.com/channel/0029Va6fzuULSmbeNxuA9j0m
देश-विदेश की बड़ी खबरें पढ़ने के लिए करें क्लिक
लल्लूराम डॉट कॉम की खबरें English में पढ़ने यहां क्लिक करें
खेल की खबरें पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें
मनोरंजन की बड़ी खबरें पढ़ने के लिए करें क्लिक



