रायपुर- छत्तीसगढ़ में बार-बार होने वाले तबादले को लेकर विपक्ष के निशाने पर आए मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने दो टूक जवाब देते हुए कहा है कि यदि कोई अधिकारी अपने दायित्वों का निर्वहन नहीं कर पा रहे हैं, तो उसे बदल दिया जाएगा. उन्होंने कहा कि पिछली सरकार में अराजकता की स्थिति आ गई थी, अधिकारी-कर्मचारियों के बीच काम करने की स्थिति समाप्त हो चुकी थी. अब थोड़ी वर्जिश की जरूरत है. वर्जिश कराएंगे तो थोड़ी तकलीफ तो होगी ही, लेकिन इससे एक बेहतर वर्क कल्चर बनेगा.

दरअसल सीएम हाउस में हुई प्रेस कांफ्रेंस के दौरान मुख्यमंत्री भूपेश बघेल से बार-बार होने वाले तबादले को लेकर सवाल पूछा गया था. घोड़े और घु़डसवार का जिक्र करते हुए बघेल ने कहा कि अफसरशाही चलाने के लिए सुंदरलाल पटवा अक्सर घोड़े और घुड़सवार का उदाहरण दिया करते थे, लेकिन हकीकत यह है कि घोड़ा इंसान नहीं हो सकता. दोनों में फर्क होता है. राज्य में चार लाख से अधिक अधिकारी-कर्मचारी हैं. काम में लापरवाही न हो इसलिए इन्हें सचेत करते रहने की जरूरत है. हम उन्हें बार-बार यह याद दिलाते रहेंगे. सचेत करते रहेंगे.

पिछले दिनों सुकमा एसपी को तबादले के चंद दिनों बात हटाए जाने के मामले पर मुख्यमंत्री ने कहा कि- उन्होंने अपने अधिकार क्षेत्र से बाहर जाकर मंत्री को चिट्ठी लिखी थी. उन्हें यह काम नहीं करना चाहिए था. किसी भी अधिकारी का काम यह नहीं है कि सीधे मंत्री को चिट्ठी लिख दे. जो गलत है, वह गलत हैं. इसलिए ही उनका तबादला कर दिया. हालांकि उन्होंने यह भी कहा कि तबादला कोई सजा नहीं है. यह प्रक्रिया है.