रायपुर। किसी भी राज्य की राजधानी में सुरक्षा व्यवस्था ऐसी होती है कि परिंदा भी पर मारने से पहले सोचे, लेकिन छत्तीसगढ़ की राजधानी की सुरक्षा व्यवस्था ऐसी है कि सीएम का कार्यक्रम भी अपराधियों के पहुंच से अछूता नहीं रहा. दरअसल रविवार को राजधानी से गुजरने वाले हाईवे में दो ब्रिजों के लोकार्पण का कार्यक्रम था. मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने दोनों ब्रिजों का लोकार्पण किया. इस दौरान कार्यक्रम में बड़ी संख्या में कांग्रेस के नेता मौजूद थे. कार्यक्रम के बाद कई नेताओं के होश पाख्ता उस वक्त हो गए जब उन्होंने देखा कि उनका मोबाइल उनके पास नहीं है बल्कि पार हो गया है. बताया जा रहा है कि आधा दर्जन मोबाइल कार्यक्रम के दौरान पार कर दिये गए. यह तब हुआ जब कार्यक्रम में पुलिस विभाग के आला अधिकारी और गृह विभाग के मुखिया ताम्रध्वज साहू भी मौजूद थे. पार्षद सालिक सिंह ठाकुर समेत जिन नेताओं का मोबाइल कार्यक्रम के दौरान पार हुआ उन्होंने डीडी नगर थाना में अपनी रिपोर्ट दर्ज कराई है.
सीएम के कार्यक्रम के दौरान चोरों के सक्रिय होने की खबर ने एक बार फिर राजधानी की पुलिसिंग पर गंभीर सवालिया निशान लगा दिया है. एक तरह से शातिर चोरों ने सीएम के ही कार्यक्रम में अपनी उपस्थिति दर्ज करा नए पुलिस कप्तान आरिफ शेख को सीधी चुनौती दे दी है. हालांकि अबकि बार जो पुलिस कप्तान हैं वो जिस जिले में जाते हैं वहां कुछ न कुछ कीर्तिमान स्थापित जरुर करते हैं. उम्मीद उनसे यही है कि वे राजधानी की चरमराई कानून व्यवस्था को लगाम लगा सकें. ताकि प्रदेश की राजधानी की चर्चा चोरों और अपराधियों की वजह से नहीं बल्कि पुलिसिंग की वजह से हो.