गोरखपुर। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु ने उत्तर प्रदेश के प्रथम आयुष विश्वविद्यालय ‘महायोगी गुरु गोरखनाथ आयुष विश्वविद्यालय’, गोरखपुर का लोकार्पण किया। इस दौरान राष्ट्रपति ने कहा कि तपस्या, साधना और अध्यात्म की यह धऱती आत्मगौरव व राष्ट्रप्रेम की आधार भूमि है। गीताप्रेस ने जनमानस को धर्म व संस्कृति से जुड़े रखने का कार्य किया। राष्ट्रपति ने सीएम योगी के परिश्रम की तारीफ करते हुए कहा कि उनका भाव जनता के प्रति समर्पण का है।

आयुष पद्धति के कॉलेज की होगी स्थापना

वहीं सीएम योगी आदित्यनाथ ने उत्तर प्रदेश में छह मंडल ऐसे हैं, जहां आयुष पद्धति का कोई महाविद्यालय नहीं है। सरकार ने तय किया है कि उन मंडलों में एक-एक आयुष पद्धति का कॉलेज स्थापित किया जाएगा। हर जनपद में आरोग्यता के लिए एक “हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर” बनेगा, जो कम से कम 100 बिस्तरों का होगा।

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गोरखनाथ विवि सभी फील्ड में एक साथ

इस दौरान सीएम योगी ने कहा कि महायोगी गुरु गोरखनाथ विश्वविद्यालय सभी फील्ड में एक साथ, सभी को लेकर कार्य करने वाला एक संस्थान है। जिसमें एलोपैथ भी है, आयुर्वेद भी है, नर्सिंग भी है, फॉर्मेसी भी है, पैरामेडिकल भी है, एग्रीकल्चर भी है। महाराणा प्रताप शिक्षा परिषद का यह सौभाग्य है कि आजादी के बाद प्रदेश का पहला विश्वविद्यालय बनाने के कार्यक्रम को महाराणा प्रताप शिक्षा परिषद और श्री गोरक्षपीठ ने मिलकर आगे बढ़ाया।