रतनपुर। ब्राम्हण लोगों में चाणक्य के बाद किसी ने अर्थशास़्त्र का ज्ञान नहीं लिया। अब हमें अर्थशास़्त्र पर ध्यान देना होगा। इसके लिए समाज को अपना बैंक बनाना होगा। समाज में व्याप्त आर्थिक असंतुलन को दूर करने में बैंक उपयोगी होगा। यह बात रतनपुर में आयोजित छत्तीसगढ़ सरयूपारीण ब्राम्हण समाज सभा की वैवाहिकी 2021 कार्यक्रम में बतौर मुख्य अथिति मुख्यमंत्री के सलाहकार प्रदीप शर्मा ने कही।

मुख्यमंत्री के सलाहकार ने कहा कि वैवाहिकी जैसे कार्यक्रम के लिए हमें चंदा एकत्रित करना पड़ता है। इसके बदले हमें अपने समाज का बैंक बनाना चाहिए। इसमें शामिल लोगों को लाभांश देना चाहिए। बैंक से समाज के जरूरतमंद लोंगों को कर्ज देकर उनकी मदद कर सकते है। काफी संख्या में समाज के प्रतिभावान छात्र अब विदेश पढ़ने जा रहे हैं। छत्तीसगढ़ से विदेश जाकर पढ़ने वाले ब्राम्हण समाज के छात्रों की संख्या पिछले साल की तुलना में इस साल 18 फीसदी बढ़ी है। समाज के बहुत से प्रतिभावान छात्र गरीबी की वजह से बाहर पढ़ने नहीं जा सकते। इस तरह समाज के आर्थिक असंतुलन को दूर करने के लिए बैंक उपयोगी होगा।

उन्होंने कहा कि पारसी समाज के लोगों का अपना बैंक है, केरल के लोगों का बैंक है ब्राम्हण और सभी समाज के लोगों का अपना बैंक शुरू करना चाहिए। इससे समाज के जरूरतमंद लोगों की मदद की जा सके। ब्राम्हण समाज इसके लिए आगे आएगा तो बाकी समाज उसका अनुसरण करेगा। इस दौरान प्रदीप शर्मा ने बैंक शुरू करने पर अपनी ओर से एक लाख रुपए का सहयोग करने की घोषणा की। साथ ही उन्होंने समाज के खुद के भवन के लिए भी सहयोग का आश्वासन देते हुए अगला कार्यक्रम समाज के ही भवन में होने का भरोसा जताया। इस मौके पर विधायक शैलेश पांडे, सुरेंद्र शर्मा, हर्षिता पांडेय, विश्वनाथ शर्मा, सीपी शर्मा, सहित प्रदेश भर से पहुंचे छत्तीसगढ़ सरयूपारीण ब्राम्हण सभा के लोग मौजूद रहे।