नई दिल्ली . दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने दिल्ली के लिए विंटर एक्शन प्लान का ऐलान किया.सर्दियों में होने वाले प्रदूषण को कम रखने के लिए सरकार ने 15 पॉइंट का एक्शन प्लान जारी किया है. इसके तहत कई नियम बनाए गए हैं.

सर्वाधिक प्रदूषण वाले 13 हॉटस्पॉट की पहचान की है तो खुले में कूड़ा जलाने पर रोक और पटाखों पर बैन जैसे कदम उठाए गए हैं. पराली के लिए बायो डिकंपोजर का इस्तेमाल बढ़ाया जाएगा.

केजरीवाल ने कहा, ‘हमने 13 हॉटस्पॉट की पहचान की है. सभी के लिए अलग ऐक्शन प्लान बनाया गया है. एक वॉर रूम बनाया गया है. वहां पलूशन को डाउन रखने के लिए विशेष ध्यान रखा जाएगा. दिल्ली में पराली जलाने की घटनाओं में कमी के लिए इस साल 5 हजार एकड़ में बायो डिकंपोजर का इस्तेमाल किया जाएगा. डस्ट पलूशन में कमी के लिए कंस्ट्रक्शन साइट्स पर निगरानी रखने के लिए 591 टीम बनाई गई है. 500 स्क्वॉयर मीटर से ज्यादा के कंस्ट्रक्शन साइट को डस्ट कंट्रोल के लिए वेबपोर्टल पर रजिस्टर करना होगा. 5000 से ज्यादा बड़े कंस्ट्रक्शन साइट पर एंटी स्मोग गन लगाना होगा. सड़कों पर सफाई के समय धूल उड़ती है इसके लिए 82 मेकेनिकल स्वीपिंग मीशनें लगाईं गई हैं.’

दिल्ली के मुख्यमंत्री ने कहा कि गाड़ियों से प्रदूषण को रोकने के लिए पीयूसी सर्टिफिकेट की जांच की जाएगी और 10 साल से पुराने डीजल गाड़ियों और 15 साल से पुराने पेट्रोल वाहनों पर रोक को लागू करने के लिए 385 टीमें बनाई गईं हैं. जाम वाले 90 सड़कों की पहचान की गई है, उनके वैकल्पिक रूट उपलब्ध कराया जाएगा. खुले में कूड़ा जलाने पर रोक लगाई गई है और इसके लिए 611 टीमों का गठन किया गया है.

अरविंद केजरीवाल ने कहा कि पिछले कुछ समय में बहुत अधिक इलेक्ट्रिक बसें खरीदीं गईं. हमने इलेक्ट्रिकल व्हीकल पॉलिसी बनाई. पूरी दुनिया में सबसे ज्यादा ईवी दिल्ली में खरीदे जा रहे हैं. जैसे-जैसे विकास होता है पेड़ कटते हैं. दिल्ली में उलटा हो रहा है दिल्ली में 2013 में 20 फीसदी ग्रीन कवर था जो अब 23 फीसदी हो गया है. हमने ट्री ट्रांसप्लांटेशन पॉलिसी बनाई थी. कई बार पुराने पेड़ों को काटने की अनुमति देनी पड़ी है, हमने कहा कि उसे जड़ों के साथ निकालकर कहीं और लगाना है. दिल्ली में दो थर्मल पावर प्लांट थे जिन्हें बंद कर दिया गया है.

उन्होंने कहा कि ने कहा कि डस्ट पलूशन करने वालों पर जुर्माना लगाया जा रहा है. 1727 इंडस्ट्रियल यूनिट हैं दिल्ली में अब इनको पीएनजी पर शिफ्ट कर दिया गया है. पहले दिल्ली में लंबे पावर कट लगते थे और जेनरेटर चलता था, अब 24 घंटे बिजली मिलती है. केंद्र सरकार ने चारों तरफ पेरिफेरल एक्सप्रेवे बनाया है जिससे वाहन दिल्ली के बाहर से निकल जाते हैं.