दिल्ली. मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने शनिवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की ओर से की गई ‘रेवड़ी कल्चर’ वाली टिप्पणी पर चुटकी लेते हुए पलटवार किया है. उन्होंने एक प्रेस वार्ता में कहा, कि “मुझ पर मुफ्त रेवड़ी बांटने का आरोप लगाया गया है. मैं भारत के लोगों से पूछना चाहता हूं, मैं कहां गलत हूं?”
केजरीवाल ने पीएम मोदी के उस बयान पर पलटवार किया है. उन्होंने पीएम पर निशाना साधते हुए कहा कि ‘जब आप अपने दोस्तों के हजारों करोड़ों रुपये के लोन माफ कर देते हैं, ये फ्री रेवड़ी है. जब आप अपने चंद दोस्तों के लिए विदेशों से ठेके लेते हैं ये फ्री की रेवड़ी है.’
मुफ्त शिक्षा देना क्या अपराध है ?
केजरीवाल ने कहा कि “मुझे गालियां दी जा रही हैं कि ‘केजरीवाल मुफ्त की रेवड़ियां बांट रहा है’ मैं दिल्ली के गरीब और मध्यम वर्ग के 18 लाख बच्चों को फ्री में शानदार शिक्षा दे रहा हूं. मैं देश से पूछना चाहता हूं कि क्या मैं फ्री की रेवड़ियां बांट रहा हूं या देश की नींव रख रहा हूं?” उन्होंने आगे कहा, “सत्ता में आने से पहले, दिल्ली के सरकारी स्कूलों की स्थिति दयनीय थी. खराब बुनियादी ढांचे के कारण 18 लाख बच्चों का भविष्य अंधेरे में था. इन बच्चों को मुफ्त में अच्छी शिक्षा देना अपराध है?”
केजरीवाल ने कहा कि “हमने दिल्ली के सरकारी अस्पतालों को बदल दिया है, अद्भुत मोहल्ला क्लीनिक बनाए हैं. दिल्ली दुनिया का एकमात्र मेगासिटी है जहां दो करोड़ लोगों में से प्रत्येक को मुफ्त इलाज मिल सकता है”. उन्होंने कहा कि “महिलाओं के लिए मुफ्त बस की सवारी के लिए मुझे गालियां देने वाले वही लोग हैं, जिन्होंने प्राइवेट जेट पर हजारों करोड़ों रुपये खर्च किए हैं”.
मैनें क्या गलत किया ?
सीएम ने कहा कि “केजरीवाल पैसे बचाते हैं और महिलाओं को मुफ्त में यात्रा कराते हैं. मैंने इंजीनियरिंग की पढ़ाई की है, मेरी डिग्री भी फर्जी नहीं है. दिल्ली का बजट लाभ में चल रहा है, मैंने क्या गलत किया अगर मैंने भ्रष्टाचार पर अंकुश लगाकर लोगों को सुविधाएं दीं”.
बता दें कि पीएम मोदी ने मुफ्त में सुविधाएं उपलब्ध कराने वाली राजनीति की तीखी आलोचना करते हुए कहा था कि यह ‘रेवड़ी कल्चर’ (किसी को मुफ्त में कुछ देना) देश के विकास के लिए बहुत घातक है. इससे पहले प्रधानमंत्री ने उत्तर प्रदेश में बुंदेलखंड एक्सप्रेस-वे का उद्घाटन करते हुए, वोट के लिए मुफ्त की पेशकश के तौर पर ‘रेवड़ी कल्चर’ की बात कही थी.
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