नई दिल्ली . दिल्ली की सतर्कता मंत्री आतिशी ने बामनोली भूमि अधिग्रहण मामले में मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को 650 पन्नों की प्राथमिक रिपोर्ट सौंपी है.

दिल्ली के द्वारका एक्सप्रेसवे भूमि अधिग्रहण में भ्रष्टाचार को लेकर सतर्कता मंत्री आतिशी की रिपोर्ट को CM अरविंद केजरीवाल ने LG विनय कुमार सक्सेना  पास आगे की कार्रवाई के लिए भेज दी है. सीएम ने एलजी से दिल्ली के चीफ सेक्रेटरी नरेश कुमार को इस मामले को गंभीरता से लेते हुए तत्काल प्रभाव से पद से हटाने की मांग की है.

रिपोर्ट CBI-ED को भी भेजें LG

दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने द्वारका एक्सप्रेसवे भूमि अधिग्रहण मामले में बरती गई अनियमितता को लेकर सतर्कता मंत्री आतिशी की रिपोर्ट को गंभीरता से लिया है. मंगलवार को आतिशी ने सीएम को रिपोर्ट सौंपी थी. बुधवार को दिल्ली के सीएम ने इस पर आगे की कार्रवाई के लिए रिपोर्ट को उपराज्यपाल विनय सक्सेना के पास भेज दी है. उन्होंने एलजी से अपील की है कि आतिशी की इस रिपोर्ट को CBI और ED को भेजे जाएं. साथ ही इसकी जांच भी होनी चाहिए. इस मामले में दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है.

850 करोड़ का लाभ पहुंचाने का आरोप

बता दें कि मंगलवार को दिल्ली सरकार में सतर्कता मंत्री आतिशी ने मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को 650 पन्ने की प्राथमिक रिपोर्ट सौंपी है. आतिशी ने द्वारका एक्सप्रेसवे के लिए जमीन अधिग्रहण में बरती गई अनियमितताओं की प्रारंभिक जांच में पाया है कि दिल्ली चीफ सेक्रेटरी नरेश कुमार ने अपने बेटे से जुड़ी कंपनी को 850 करोड़ का नाजायज फायदा पहुंचाया. चीफ सेक्रेटरी के बेटे की कंपनी ने द्वारका एक्सप्रेसवे के पास साल 2015 में ये जमीन मात्र 75 लाख में खरीदी थी. अब महंगे रेट पर उसी जमीन का भूमि अधिग्रहण द्वारका एक्सप्रेसवे के लिए हुआ है. इस तरीके से मुख्य सचिव के बेटे की कंपनी को 850 करोड़ रुपये का लाभ हुआ. आतिशी की रिपोर्ट के मुताबिक दिल्ली के मुख्य सचिव ने बेटे की कई अन्य कंपनियों को भी सरकारी ठेके दिए. उन्होंने उनकी जांच की भी सिफारिश की है. आतिशी ने अपनी रिपोर्ट मुख्य सचिव के खिलाफ तत्काल कार्रवाई की मांग की है.