नई दिल्ली। दिल्ली के मुख्यमंत्री और आम आदमी पार्टी (AAP) के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल विधानसभा चुनाव के मद्देनजर शनिवार और रविवार को गोवा दौरे पर रहेंगे. आप संयोजक केजरीवाल शनिवार को दोपहर करीब 1:30 बजे गोवा पहुंचेंगे और पार्टी का प्रचार करेंगे. आप के अनुसार पंजाब के बाद अब केजरीवाल गोवा में ‘डोर टू डोर’ अभियान की शुरुआत करेंगे. इसके बाद अगले दिन रविवार को यानी 16 जनवरी को केजरीवाल पणजी में प्रेस कॉन्फ्रेंस करेंगे. पणजी सीट से वाल्मीकि नायक को आम आदमी पार्टी ने दूसरी बार चुनावी मैदान में उतारा है. इस सीट से गोवा के पूर्व मुख्यमंत्री मनोहर पर्रिकर चुनाव लड़ते रहे हैं. इस बार उनके बेटे उत्पल पर्रिकर इस सीट से बीजेपी में अपनी दावेदारी पेश कर रहे हैं, हालांकि हाल ही में बीजेपी में शामिल हुए बाबुश मोनसेरेट भी इस सीट से चुनाव लड़ना चाहते हैं.

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खास बात ये है कि आम आदमी पार्टी गोवा चुनाव में हर विधानसभा क्षेत्र के लिए अलग-अलग घोषणा पत्र जारी करेगी, ताकि अलग-अलग क्षेत्र के मुद्दों को आम आदमी पार्टी के घोषणा पत्र में शामिल किया जा सके. दरअसल अरविंद केजरीवाल की पार्टी गोवा में लगातार मेहनत कर रही है. हाल ही में केजरीवाल ने राज्य में महिलाओं के लिए कई बड़े वादे किए थे. दिल्ली की तरह वहां भी आम आदमी पार्टी पानी-बिजली फ्री समेत कई ऐलान कर चुकी है. हालांकि साल 2017 के विधानसभा चुनाव में आप का वहां खाता भी नहीं खुला था, लेकिन इस बार पार्टी किंगमेकर बनने की पूरी तैयारी कर रही है. चुनाव आयोग के निर्देश के मुताबिक, गोवा में 14 फरवरी को वोट डाले जाएंगे और 10 मार्च को परिणामों की घोषणा होगी. गोवा में यूं तो दुनियाभर से पर्यटक आते हैं, लेकिन कोविड के ओमिक्रॉन वेरिएंट की वजह से विदेशी पर्यटक नदारद हैं. गोवा की अर्थव्यवस्था और बेरोजगारी का बढ़ता स्तर राज्य के लिए चिंता का विषय है, इसलिए विधानसभा चुनाव से पहले स्थानीय लोगों की ओर से गोवा में आयरन ओर की माइनिंग दोबारा शुरू करने की मांग की जा रही है. कांग्रेस और आम आदमी पार्टी दोनों ने इसे चुनावी मुद्दा बनाया है.

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गौरतलब है कि 40 सीटों वाली गोवा विधानसभा का कार्यकाल आगामी 15 मार्च को खत्म हो रहा है. उम्मीद जताई जा रही है कि 15 मार्च तक राज्य में नई सरकार बन जाएगी. इस बार प्रदेश में कांग्रेस और बीजेपी के साथ-साथ ममता बनर्जी की तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) और अरविंद केजरीवाल की आम आदमी पार्टी भी पूरे दमखम के साथ चुनावी मैदान में हैं, हालांकि पिछले 10 साल से बीजेपी ही गोवा की सत्ता में है, जिसके चलते इस बार उसे सत्ता विरोधी लहर का भी सामना करना पड़ रहा है. पार्टी के पास राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री और केंद्रीय मंत्री मनोहर पर्रिकर के मुकाबले कोई बड़ा चेहरा नहीं है. साल 2017 में बीजेपी को गोवा में 13 सीटों पर जीत हासिल हुई थी, जबकि आम आदमी पार्टी का खाता भी नहीं खुला था. पिछले विधानसभा में सबसे अधिक 17 सीटों पर कांग्रेस को जीत मिली थी.