रायपुर। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने आरंग स्थित बैहार में लल्रूराम डॉट कॉम और स्वराज एक्सप्रेस के ‘हरेली में गोधन तिहार’ में शामिल हुए. इस अवसर पर गोधन न्याय योजना के साथ उन्होंने किसान न्याय योजना को लेकर बड़ी बात कही. उन्होंने कहा कि पहली किस्त राजीव गांधी के शहादत दिवस पर 21 मई को दी गई थी, दूसरी किस्त 20 अगस्त को मिलेगी.

कार्यक्रम में मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा कि आज का दिन ऐतिहासिक है. आज गोधन न्याय योजना की शुरुआत हुई है. इसके जरिए किसानों-पशुपालकों से गोबर खरीदी की जाएगी. पूरी दुनिया में ऐसी कोई सरकार नहीं, जिसने गोबर की खरीदी की हो. उन्होंने कहा कि छत्तीसगढ़ को लेकर अशिक्षा, कुपोषण से संबंधित विभिन्न बातें होती रही है. मुझे सबसे ज्यादा बड़ी समस्या खुले में गाय चराने की और बारिश की फसल को बचाना की है. छत्तीसगढ़ में 80 प्रतिशत परिवार खेती-किसानी वाले हैं. नरवा, गरुवा, घुरूवा, बारी पहले किसी को समझ नहीं आता था. आज 1300 नालों में वाटर रिचारविंग का काम चल रहा है. छत्तीसगढ़ में हर तीसरे साल में अकाल पड़ता है, किसानों के खेत में पानी पहुंचाने का काम करने का काम छत्तीसगढ़ सरकार ने किया.

सीएम बघेल ने कहा कि गायों के लिए विभिन्न योजनाएं बनाई गई, गौशाला बनाए गए, लेकिन अनुदान के पैसे खुद खाते रहे. हमने गोबर खरीदने का फैसला लिया. आज हमने 16 किलो गोबर 32 रुपए के मान से खरीदी की. गाय गोबर तब देंगे, जब भरपूर मात्रा में चारा मिले, जिससे छत्तीसगढ़ की गाय तंदरुस्त रहेंगी. धान के पैरा जलाने से जमीन जलने से बचेगी, उसे गौठान में गायों को आहार दिया जाएगा, जिससे फसल चरने की प्रक्रिया भी रुक जाएगी, किसान के घर समृद्धि आएगी. उन्होंने कहा कि जो गांव वाले गोबर को गौठान पहुंचाएंगे, उसी गोबर की खरीदी होगी. गोबर के बहुत से फायदे हैं. वर्मी कम्पोस्ट बनाया जाएगा, यूरिया के बदले वर्मी कम्पोस्ट का उपयोग होगा. जैविक खेती से उर्वरा शक्ति बढ़ेगी, फल, सब्जी, अनाज शुध्द रहेंगे. गोबर खरीदी से मवेशी की तंदरुस्ती, पैरा जलना बन्द, फसल सुरक्षा के साथ जमीन की उर्वरा शक्ति बढेगी. इससे किसानों को लाभ मिलेगा.

कार्यक्रम में मौजूद कृषि मंत्री रविन्द्र चौबे ने कहा कि छत्तीसगढ़ के किसानों के लिए हरेली त्योहार सबसे महत्वपूर्ण त्योहार है. इसकी शुरूआत धरती और गौ माता की पूजा कर करते हैं. गांव, किसान, मजदूर, गरीब के लिए मुख्यमंत्री की सोच बेहतर है. छत्तीसगढ़ में पहली बार महसूस हुआ कि छत्तीसगढ़ में छत्तीसगढ़ और किसान की सरकार बनी है. कलेक्टर गेड़ी चढ़ने का प्रयास करते हैं. राज्योत्सव हुआ तो हर व्यक्ति छत्तीसगढ़ी में बोलने की कोशिश करते हैं. केंद्र से छत्तीसगढ़ को धान समर्थन पर कोई मदद नहीं मिला. जो भूपेश बघेल ने कहा वो पूरा हुआ. पिछले बार 20 हजार करोड़ रुपए की धान खरीदी की गई थी, इस बार 21 हजार करोड़ रुपए की धान खरीदी की गई है.

उन्होंने कहा कि राजीव गांधी किसान न्याय योजना के बाद गोधन न्याय योजना की शुरुआत हुई है. 20 अगस्त को 15 सौ करोड़ रुपए किसानों के खाते में जाएगा. जंगल में चराई गौठान बनने वाला है. लोगों को ये समझ नहीं आया, ये योजना कैसा चलेगी. 2 रुपए किलो में गोबर खरीदी पर सहमति बनी. देश के पीएम किसान सम्मान निधि के तौर पर 5 सौ रुपए दे रहे हैं. मुख्यमंत्री ने आज गोबर की खरीदी की. इस योजना से प्रदेश की गौ माता सुरक्षित रहेगी. मुख्यमंत्री ने कहा 2 रुपए में खरीदेंगे और 8 रुपए में कंडे बनाने बेचे जाएंगे. गोबर की राखी भी बनाई गई है, किसानों को खातू भी मिलेगा. ऑर्गेनिक खेती होगी. गरीब को पैसा मिलेगा. गांव-गांव में गौठान बनना है. हर पंचायत में एक गौठान. विधायक भी विधायक निधि से गौठान बना सकेंगे.

रविंद्र चौबे ने कहा कि हमने पीएम मोदी को कहा सिर्फ आप अनुमति दीजिये, पैसे की जरूरत नहीं है. हम एथेनॉल बनाने की परमिशन मांग रहे है. पीएम सिर्फ सिग्नेचर करते हैं. मुख्यमंत्री ने इतने पत्र लिखे लेकिन पीएम ने जवाब नहीं दिया. मंदी के बाद भी छत्तीसगढ़ के किसानों के चेहरे खिले हुए हैं. कार्यक्रम में मुख्यमंत्री भूपेश बघेल, कृषि मंत्री रविन्द्र चौबे, नगरीय प्रशासन मंत्री शिव डहरिया के अलावा विधायक विकास उपध्याय मौजूद थे.