नितिन नामदेव, रायपुर. मुख्यमंत्री भूपेश बघेल गांधी मैदान सिटी कोतवाली में पहुंचकर श्रम विभाग द्वारा आयोजित कार्यक्रम में मजदूरों से मुलाकात की. इस दौरान सीएम बघेल ने कहा, अब मजदूरों के बच्चे भी बड़े-बड़े जॉब में जाते हैं. कोई पोस्ट मैन बना है, कोई पायलट बना है और कोई सहायक शिक्षक बना है. अब मजदूर का बच्चा मजदूर नहीं रहेगा. लगातार सरकार इनके लिए काम कर रही है.

वहीं सीएम बघेल ने कई योजनाओं की घोषणा की. घोषणा करते हुए सीएम ने कहा, श्रमिकों के बच्चों के लिए देय राशि 10 से बढ़ाकर 20 हजार कर दिया. पीएसी परीक्षा, व्यापम, कर्मचारी चयन के लिए श्रमिक के बच्चों को निशुल्क कोचिंग देने की घोषणा की. साथ ही मुख्यमंत्री आधार बहुत शिक्षा सहायता योजना शुरू करने की घोषणा की, जिसके तहत श्रमिक के बच्चों के लिए, श्रमिक परिवार के बच्चों को बाहर पढ़ने जाने वाले बच्चों का शिक्षण शुल्क और खाना का खर्च वहन राज्य सरकार करेगी. इतना ही नहीं नैनिहाल छात्रवृत्ति योजना के तहत श्रमिक के बच्चों को सहायता राशि देने का भी ऐलान किया.

इसके साथ ही सीएम ने श्रमिक के बच्चों को कंबल, मिठाई ,शाल और चेक वितरण किया गया. वहीं मुख्यमंत्री बघेल ने श्रमिकों के साथ चाय-नाश्ता किया. कार्यक्रम में मुख्यमंत्री भूपेश बघेल सहित , विधायक कुलदीप जुनेजा, महापौर एजाज ढेबर, निगम मंडल अध्यक्ष सुशील अग्रवाल कार्यक्रम में उपस्थित थे.

आरक्षण संसोधन विधेयक को लेकर भी मुख्यमंत्री बघेल ने एक बार फिर से भाजपा पर साधा निशाना साधते हुए कहा, भाजपा का दो गला है. एक गला विधानसभा में कुछ बोलता है और दूसरा बाहर कुछ और बोलता है. वहीं आरक्षण विधेयक पर हस्ताक्षर नहीं होने पर राज्यपाल को भी घेरते हुए कहा कि, 1 महीना बीत जाने के बाद हस्ताक्षर नहीं होना उनकी हठधर्मिता है.