रायपुर. पांच दिन के सरगुजा दौरे पर जाने से पहले मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने टीएस सिंहदेव के मुख्यमंत्री पद को लेकर दो दिन पहले दिए बयान पर अपनी प्रतिक्रिया दी है. बघेल ने बिना किसी का नाम लिए कहा कि अगर आलाकमान कहेगा तो वे फौरन इस्तीफा दे देंगे. लेकिन अगर कोई गलतफहमी पैदा करता है, चाहे वो कोई भी हो, उसे सचेत रहना चाहिए. वो प्रदेश का हित नहीं कर रहा है.
बघेल ने कहा कि उन्हें मुख्यमंत्री पद का मोह नहीं है. उन्होंने कहा कि इस बात का बतंगड़ बनाने की आवश्यकता क्या है. जिन्हें विकास होते देख तकलीफ हो रही है वो ही इस प्रकार की बात कर रहे हैं.
गौरतलब है कि दो दिन पहले ढाई साल को लेकर पूछे गए एक सवाल के जवाब में टीएस सिंहदेव ने बिलासपुर में कहा था कि मुख्यमंत्री दो दिन के भी होते हैं और 15 साल के भी. उन्होंने कहा कि सब आलाकमान की इच्छा पर निर्भर करता है. गौरतलब है कि जब से सरकार बनी है तब से इस बात की चर्चा है कि भूपेश बघेल और टीएस सिंहदेव दोनों ढाई-ढाई साल के मुख्यमंत्री होंगे. टीएस सिंहदेव के बयान को इसी संदर्भ में देखा जाता है.
इस मसले पर भूपेश बघेल ने इससे पहले कोई बयान नहीं दिया था. ये पहली बार है जब उन्होंने कुछ कहा है. अपने बयान के ज़रिए मुख्यमंत्री बघेल ने दो बातें साफ कर दी हैं. पहली बात कि वे आलाकमान की निर्देश पर जिम्मेदारी ली है. लिहाज़ा आगे वही होगा जो आलाकमान की इच्छा होगी. दूसरी बात, उन्होंने बाकी सियासी अटकलों को गलतफहमी करार दिया है.
मुख्यमंत्री भूपेश बघेल जब सरगुजा गए हैं तब टीएस सिंहदेव दिल्ली चले गए हैं. वे 13 दिसबंर को मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के साथ तब शामिल होंगे जब बघेल बलरामपुर, सूरजपुर और कोरिया का दौरा कर चुके होंगे. सरगुजा में मुख्यमंत्री के कार्यक्रम की ज़िम्मेदारी मंत्री अमरजीत भगत ने संभाल रखी है.
कांग्रेस में सब कुछ ठीक ठाक नहीं-भाजपा
मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के इस बयान पर पूर्व मंत्री एवं विधायक बृजमोहन अग्रवाल ने पलटवार किया है. उन्होंने कहा कि कांग्रेस के अंदर सब कुछ ठीक-ठाक नहीं चल रहा है. मोहन मरकाम भी कितने बार नाराज हो चुके हैं. कितने बार कार्यकर्ताओं ने हंगामा किया और अब वहीं तल्खी मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की भी व्यक्त हुई है. मुख्यमंत्री और स्वास्थ्य मंत्री के बीच क्या घालमेल है, इसे वे दोनों ही स्पष्ट कर पाएंगे.