रायपुर. मुख्यमंत्री भूपेश बघेल भेंट-मुलाकात कार्यक्रम के तहत राजनांदगांव के दौरे पर हैं. जहां सीएम बघेल लोगों से मुलाकात कर उनकी समस्याओं को सुनकर उसका निराकरण करेंगे. वहीं दौरे में जाने से पहले उन्होंने कई मुद्दों को लेकर पत्रकारों के साथ कई मुद्दों पर चर्चा की. इस दौरान सीएम बघेल ने ब्रम्हानंद मामले पर भाजपा को जमकर आड़े हाथ लिया है.

भाजपा प्रत्याशी ब्राम्हन्द नेताम पर सीएम बघेल बोले, भाजपा ने कहा कि ये कांग्रेस का षडयंत्र है. फिर खुद भाजपा के पदाधिकारियों ने ही पीड़िता का नाम उजागर करने का आरोप लगाकर शिकायत करने पहुंचे हैं. एक तरफ आप षड्यंत्र कहते हैं और खुद पीड़िता के लिए खिलाफ कार्रवाई करने की मांग कर रहे हैं. तो ये दोनों बातों में विरोधाभास है. इसका मतलब आपने ब्रम्हानंद नेताम को आरोपी स्वीकार कर लिया है. भाजपा फाँसी वाद कर रही है. आरोपी के लिए कानून है. उसकी प्रक्रिया है. जो कानूनी अधिकारी देख रहे है, भाजपा प्रत्याशी के अपराध की जांच की जा रही है. प्रक्रिया के तहत कार्रवाई की जाएगी.

ओम माथुर के बयान पर सीएम का पलटवार

सीएम बघेल ने ओम माथुर के बयान पर पलटवार करते हुए कहा, भाजपा के लिए और उनके प्रभारियों के लिए छत्तीसगढ़ चुनौती नहीं है. चुनौतियां उनके भीतर ही शुरू हो चुकी है. लगातार छत्तीसगढ़ के प्रभारी बदले जा रहें हैं. अब देखते हैं, इन्हें कितने समय तक रखा जाएगा. चुनौती उनके अंदर ही है.

भानुप्रतापपुर उपचुनाव में आदिवासियों को वोट के लिए शपथ दिलाने पर कहा, अपने लिए वोट मांगना सभी का अधिकार है. लेकिन वोट के लिए किसी को बाध्य करना सही नहीं है. मैं समझता हूं, निर्वाचन आयोग को संज्ञान लेना चाहिए. आप अपने प्रत्याशी के विचार मतदाता के पास रख सकते हैं, लेकिन उन्हें बाध्य नहीं कर सकते हैं.

क्वाटिफाईबल डाटा को लेकर सीएम बघेल ने कहा, भाजपा बता दे आज तक पूरे देश में कभी विशेष सत्र 10 दिन का हुआ है क्या और जहां तक के सरकार पूरी जिम्मेदारी के साथ व्हाट इस फाइबर डाटा के लिए कमीशन बनाया है. उसकी रिपोर्ट लगातार देखी जा रही है. हम उनकी तरह नहीं काट रहे है कि, चुनाव के पहले राशनकार्ड बनाओ और चुनाव के बाद राशन कार्ड काटो, उनके कार्यकाल में सब कुछ हुआ है, हमारा क्वांटिफाइबल डाटा, पूरे प्रमाण के साथ तैयार किया जा रहा है.

केंद्र सरकार द्वारा युवाओं नियुक्ति पत्र देने पर सीएम बघेल ने कहा, भारत जोड़ो यात्रा का असर दिखने लगा है. पूरे देश के लोगों को संप्रदायिकता पर उलझा कर रखे थे, पूरे देश की संपत्ति को बेचा जा रहा था. रेलवेस्टेशन, एयरपोर्ट, सारी कंपनियों को भेजा जा रहा है. ऐसे समय पर राहुल जी ने पदयात्रा की शुरुआत की है. अब कुछ लोगों को नियुक्ति पत्र देकर ये क्या बताना चाह रहें हैं.