रायपुर। राजधानी के बूढ़ा तालाब की चल रही सफाई का मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने निरीक्षण किया. इस दौरान उन्होंने कहा कि नगरीय प्रशासन की बैठक में शहर को टैंकर मुक्त बनाना तय किया गया था. शहर की सुंदरता की पहचान होती है. शहर के प्रत्येक तालाब को साफ रखना है. सीएम बघेल ने कहा कि रायपुर की सबसे बड़ी तालाब बूढ़ातालाब को साफ किया. हजारों ट्रक जलकुंभी निकल चुके हैं. तालाब को मरीन ड्राइव की तर्ज पर विकसित किया जाएगा. एक-डेढ़ साल में प्रोजेक्ट तैयार हो जाएगा.

तालाब की सफाई के लिए 11 मई से चलाए जा रहे महाअभियान में मंगलवार को मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के साथ नगरीय प्रशासन मंत्री शिव डहरिया के साथ विभागीय आला अधिकारी भी मौजूद रहे.

वहीं महापौर एजाज ढेबर ने बताया कि तालाब से 2000 ट्रक मलबा निकाले गए हैं. मंत्री से लेकर राज्य के बड़े-बड़े अधिकारी-कर्मचारी यहां श्रमदान किए. सफाई कर्मचारियों के अथक मेहनत से ऐतिहासिक धरोहर बूढ़ा तालाब कायाकल्प के पहले चरण सफाई का काम सफल रहा.

दूसरे चरण में सौंदर्यीकरण का काम किया जाएगा. फिलहाल सौंदर्यीकरण के लिए 15 करोड़ का बजट बनाया गया है. सीएम भूपेश बघेल ने निरीक्षण अवलोकन किया. इस काम से काफ़ी ख़ुश नज़र आए.

उन्होंने कहा कि अब बहुत ही जल्द राजधानी की जनता मरीन ड्राइव यानी तेलीबांधा तालाब की तरह यहां सारी सुविधा का लुत्फ उठाएंगे. सौ-सौ फीट का पांच म्यूजिक फाउंटेन लगेगा. बीच तलाब में लक्ष्मण झूला, साइक्लिंग ट्रेक, चौपाटी, फैमिली कुटिया आदि सुविधा बहुत ही जल्द विकसित किए जाएंगे.