जयपुर. नए साल के उपलक्ष्य में राजस्थान के सभी मंदिरों और पर्यटक स्थलों में आज सुबह से ही भक्तों की भीड़ उमड़ रही है. इसी बीच सीएम भजनलाल शर्मा ने भी डीग स्थित मुकुट मुखारविंद और श्रीनाथजी के मंदिर में पूजा-अर्चना की. उन्होंने भगवान से नव वर्ष में प्रदेशवासियों के लिए मंगल कामनाएं की और आशिर्वाद लिया.

राजस्थान के विभिन्न मंदिरों में भक्तों की लंबी कतारें देखने को मिलीं. जयपुर स्थित गोविंद देव जी मंदिर, मोती डूंगरी गणेश मंदिर, काले हनुमान मंदिर और आमेर किले के मंदिरों में श्रद्धालुओं का तांता लगा था. वहीं, सीकर के खाटूश्यामजी, जीण माता मंदिर, चूरू के सालासर बालाजी, दौसा के मेहंदीपुर बालाजी में भी भक्तों की भीड़ रही और इन स्थलों पर लंबी कतारें देखने को मिलीं.

सालासर बालाजी मंदिर को नव वर्ष के अवसर पर सुबह ढाई बजे खोला गया, जहां देशभर से श्रद्धालु बालाजी के दर्शन के लिए पहुंचे. आसपास के होटल, गेस्ट हाउस और धर्मशालाएं पहले से ही बुक हो चुकी थीं. हनुमान सेवा समिति के अध्यक्ष यशोदानंदन पुजारी ने बताया कि करीब डेढ़ लाख श्रद्धालुओं ने बाबा के दर्शन किए और इसके लिए मंदिर प्रशासन ने सभी जरूरी व्यवस्थाएं की थीं. सात कतारों में भक्तों को दर्शन के लिए प्रवेश दिया गया और ठंड को देखते हुए अलाव और गर्म पानी की व्यवस्था भी की गई.

नाथद्वारा के श्रीनाथजी मंदिर, चित्तौड़गढ़ के सांवलिया सेठ मंदिर, जैसलमेर के तनोट माता मंदिर, रामदेवरा, बीकानेर के देशनोक स्थित करणी माता मंदिर, और सवाई माधोपुर के त्रिनेत्र गणेशजी मंदिर में भी विशेष पूजा और आरती का आयोजन किया गया.

नव वर्ष के जश्न के बीच, लोग एक-दूसरे को शुभकामनाएं देते हुए खुशियां मना रहे थे. 31 दिसंबर की रात को कई स्थानों पर आतिशबाजी के साथ संगीत और नृत्य कार्यक्रम भी आयोजित किए गए, और लोग देर रात तक उत्सव में डूबे रहे.