राजिम। राजिम जन्मोत्सव कार्यक्रम में मुख्य अतिथि मुख्यमंत्री भूपेश बघेल शामिल हुए. उन्होंने महोत्सव को सम्बोधित करते हुए कहा कि राजिम में मेला के सुव्यवस्थित संचालन के लिए मेला स्थल का चयन किया जायेगा. उन्होंने कलेक्टर को 15 एकड़ तक भूमि चयन करने के निर्देश दिए. यहां भव्य भवन भी बनाया जाएगा. जिसे भक्त माता राजिम के नाम से नामकरण किया जाएगा.

मुख्यमंत्री ने कहा कि समर्थन मूल्य पर धान खरीदी की अंतर राशि किसानों के खाते में पहुंचेगी. इस संबंध में कोई सशंय नहीं होना चाहिए. अन्तर की राशि के लिए बजट में प्रस्ताव पारित किया जाएगा. राज्य की संस्कृति को बढ़ावा देने का काम राज्य सरकार ने तेजी से किया है जिसके फलस्वरूप छत्तीसगढ़ वासियों को खुद का सरकार होने का एहसास हो रहा है. उन्होंने कहा कि वरिष्ठ मंत्री ताम्रध्वज साहू के प्रस्ताव पर राजिम कुंभ का नाम बदलकर राजिम पुन्नी रखा गया और यहीं से छत्तीसगढ़ की संस्कृति को उभारने और सँवारने का क्रम लागातार जारी है.

इस अवसर पर गृह, जेल, लोक निर्माण मंत्री ताम्रध्वज साहू ने राजिम भक्तिन माता की जयंती एवं नववर्ष की बधाई देते हुए कहा कि साहू समाज एक संगठित समाज के रूप में जाना जाता है. यह समाज अन्य समाज को भी दिशा दे सकता है. आज साहू समाज सामाजिक समरसता का सबसे बड़ा उदाहरण है. मंत्री साहू ने कहा कि छत्तीसगढ़ की संस्कृति, बोली, रहन-सहन और परम्परा को आगे बढ़ाना प्रदेश शासन का प्रमुख उद्देश्य है.

इसे ध्यान में रखते हुए राजिम महाकुंभ का नाम बदलकर राजिम माघी पुन्नी मेला के नाम से आयोजन किया जा रहा है. साहू ने कहा कि सरकार के योजनाओं का लाभ समाज के अंतिम व्यक्ति तक पहुंचे. उन्होंने समाज को दिखावा से दूर रहने का आग्रह भी किया. अभनपुर विधायक धनेंद्र साहू ने अपने उद्बोधन में साहू समाज की आराध्य देवी माता कर्मा जयंती के अवसर पर शासन द्वारा सार्वजनिक अवकाश घोषित किये जाने पर मुख्यमंत्री का आभार व्यक्त किया.

इस अवसर पर अवसर पर रायपुर संभाग अध्यक्ष प्यारेलाल साहू और दुर्ग संभाग अध्यक्ष आनंद साहू के सहयोग से विशाल स्वास्थ्य शिविर का आयोजन किया गया. जिसमें एक हजार से ज्यादा समाज के युवाओं ने रक्तदान किया.