रायपुर। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने आज गणतंत्र दिवस के अवसर पर जगदलपुर में गीदम रोड स्थित शहीद गुंडाधुर की प्रतिमा पर माल्यार्पण कर श्रद्धांजलि अर्पित की. मुख्यमंत्री बघेल ने धुरवा समाज सहित विभिन्न समाज के प्रमुखों और जनप्रतिनिधियों से भेंटकर गणतंत्र दिवस की शुभकामनाएं दी. उन्होंने इस अवसर पर जगदलपुर के समीपस्थ ग्राम परपा में कोया कुटमा समाज के लिए दो एकड़ और हल्बा समाज के लिए 33 डिस्मिल जमीन का सामुदायिक वन अधिकार पत्र प्रदान किया.

मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने इस अवसर पर कहा कि वर्ष 1910 में बस्तर में आदिवासी समाज के आंदोलन ‘भूमकाल’ का नेतृत्व करने वाले गुंडाधुर इतिहास के नायक हैं. उन्होंने शहीद गुंडाधुर के व्यक्तित्व एवं कृतित्व पर विस्तार से प्रकाश डाला और कहा कि भूमकाल और गुंडाधुर का इतिहास देश के हर व्यक्ति को जानना चाहिए, जिससे देश न केवल स्वाधीनता आंदोलन में आदिवासी नायकों के योगदान से परिचित हो सके अपितु जल, जंगल और जमीन से जुड़ाव की प्रेरणा भी ले सके.

उल्लेखनीय है कि मुख्यमंत्री बघेल ने गणतंत्र दिवस समारोह के अवसर पर शहीद गुण्डाधूर के नाम राज्य स्तरीय तीरंदाजी अकादमी के स्थापना की घोषणा की. छत्तीसगढ़ शासन द्वारा जनजातीय समुदाय के विकास के लिए निरंतर कार्य किया जा रहा है. राज्य शासन द्वारा बस्तर में आदिवासियों के विकास के साथ ही उनकी संस्कृति और परंपराओं के संरक्षण और संवर्द्धन की दिशा में तेजी से कार्य किए जा रहे हैं. इसी कड़ी में आसना में बस्तर एकेडमी ऑफ डांस, आर्ट एवं लिटरेचर की स्थापना भी की गई है, जो बादल एकेडमी के नाम से प्रसिद्ध है.

इस अवसर पर बस्तर क्षेत्र आदिवासी विकास प्राधिकरण के अध्यक्ष लखेश्वर बघेल, लोकसभा सांसद दीपक बैज, संसदीय सचिव रेखचंद जैन, हस्तशिल्प विकास बोर्ड के अध्यक्ष चंदन कश्यप, चित्रकोट विधायक राजमन बेंजाम, जगदलपुर महापौर सफीरा साहू, सभापति कविता साहू, कमिश्नर श्याम धावड़े, पुलिस महानिरीक्षक पी. सुन्दरराज, कलेक्टर रजत बसंल, पुलिस अधीक्षक जितेन्द्र मीणा सहित जनप्रतिनिधि एवं अधिकारी-कर्मचारी उपस्थित थे.

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