रायपुर. भारत हर साल 21 अप्रैल को राष्ट्रीय सिविल सेवा दिवस मनाता है. इस अवसर पर मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने सिविल सेवकों को शुभकामनाएं दी है. उन्होंने ट्वीट कर सिविल सेवकों और उनके परिजनों को सिविल सेवा दिवस की बधाई दी है.
सीएम ने लिखा है कि – ‘देश और प्रदेश की सेवा में समर्पित सभी सिविल सेवकों एवं उनके परिजनों को सिविल सेवा दिवस के अवसर पर शुभकामनाएं.’
‘सिविल सेवा दिवस लोक सेवकों को बदलते समय की चुनौतियों के साथ भविष्य के लिए आत्मचिन्तन को प्रेरित करता है.’
‘हमारे नागरिक सेवा के अधिकारियों ने कोरोना संकट की इस मुश्किल घड़ी में जिस समर्पण और सेवाभाव से काम किया है वह बेहद प्रशंसनीय है.’
सीएम का ट्वीट-
ये दिन ऐसे लोक सेवकों को समर्पित है, जो देश की प्रगति के लिए काम करते हैं. इसके साथ ही नीति-निर्माण में भी इनका अहम योगदान रहता है. ये दिन अलग-अलग स्तरों पर काम करने वाले सिविल सेवकों को ये याद दिलाने के लिए मनाया जाता है कि राष्ट्र और उसके नागरिकों की सेवा से ऊपर कुछ भी नहीं है.
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दिल्ली में हुआ पहला आयोजन
पहला राष्ट्रीय सिविल सेवा दिवस दिल्ली में मनाया गया था. इस मौके पर विज्ञान भवन में एक समारोह आयोजित किया गया था. इस अवसर पर सिविल सेवकों को राष्ट्र के लिए उनके योगदान और सेवा का सम्मान करने के लिए लोक प्रशासन में प्रधानमंत्री उत्कृष्टता पुरस्कार भी दिया जाता है.
इसलिए ये दिन है खास
सिविल सेवा दिवस के लिए 21 अप्रैल का ही दिन इसलिए चुना गया क्योंकि 21 अप्रैल 1947 को भारत के पहले गृह मंत्री सरदार वल्लभभाई पटेल ने नई दिल्ली के मेटकाफ हाउस में नव नियुक्त और गठित प्रशासनिक सेवा अधिकारियों को संबोधित किया था. इस दौरान उन्होंने सिविल सेवकों को “भारत के स्टील फ्रेम” के रूप में संबोधित किया था.
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