नितिन नामदेव, रायपुर। अब तक सबसे ज्यादा ED का छापा केवल छत्तीसगढ़ में पड़ा है. कांग्रेस महाअधिवेशन के बाद से अब तक 50 से अधिक छापे पड़ चुके हैं. ED को जो अधिकार मिला है, उसका दुरुपयोग हो रहा है. भ्रष्टाचार के खिलाफ हम जाएंगे, और उसकी जांच होनी चाहिए. यह बात मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने प्रदेश में पड़ रहे ED के छापे को लेकर कही. इसे भी पढ़ें : BJP PC: प्रदेश अध्यक्ष अरुण साव ने पूछा, ईडी ने जो पत्र लिखा है उस पर कार्रवाई कब करेगी सरकार…

दुर्ग जिले के लिए रवाना होने से पहले मुख्यमंत्री भूपेश बघेल मीडिया से चर्चा की. केंद्रीय एजेंसियों की कार्रवाई को लेकर केंद्र सरकार से चर्चा किए जाने के सवाल पर उन्होंने कहा कि भ्रष्टाचार के ख़िलाफ़ हम है, जाँच होनी चाहिए इसका समर्थन करते हैं. कितना पैसा जब्त किए, इसको बताना चाहिए. मार-मार के कुछ भी लिखवा रहे हैं. इस मामले में मैंने गृह मंत्री को पत्र लिखा है.

आरक्षण संशोधन विधेयक को लेकर मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्यपाल को स्मरण पत्र लिखा है. नियुक्ति और एडमिशन में परेशानी हो रही है. राज्यपाल को इस बारे में जल्दी फ़ैसला लेना चाहिए.

बेरोजगारी भत्ता को लेकर उन्होंने कहा कि भाजपा बेरोज़गारी भत्ता को लेकर एक बार फिर परेशान है. 15 साल में सिर्फ़ सौ करोड़ भत्ता दिया गया था. भाजपा के समय में सिर्फ़ ग़रीबी रेखा के नीचे देते थे, पर हमने ऐसी कोई शर्त नहीं रखी है. भाजपा के समय की प्रक्रिया बहुत जटिल थी, पर हमारी प्रक्रिया बहुत सरल है. एक ही दिन में 6 हज़ार आवेदन आ चुके हैं.

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