रायपुर। छत्तीसगढ़ लोक सेवा आयोग के सहायक प्राध्यापक परीक्षा 2019 के सभी विषयों के चयनित सहायक प्राध्यापकों ने रायपुर के बूढ़ा तालाब धरना स्थल पर धरना प्रदर्शन किया था. कॉलेज खुलने के बाद भी नियुक्ति लेटर लेकर चयनित सहायक प्राध्यापक भटक रहे हैं. अपनी नियुक्ति किए जाने की मांग की थी. इस पर अब सीएम भूपेश ने मामले को गंभीरता से लिया है.

सीएम भूपेश बघेल ने ट्वीट कर लिखा कि सोशल मीडिया के माध्यम से मुझे सहायक प्राध्यापक परीक्षा में चयनित उम्मीदवारों को पुलिस सत्यापन पूर्ण न हो पाने के कारण कुछ लोगों को नियुक्ति न मिल पाने की जानकारी मिली है. मैंने विभागीय अधिकारियों को शीघ्र सत्यापन प्रक्रिया पूर्ण कर नियुक्ति कराने के निर्देश दिए हैं.

https://twitter.com/bhupeshbaghel/status/1451903725459566597

इसके पहले चयनित सहायक प्राध्यापक राजन तिवारी ने बताया था कि छत्तीसगढ़ लोक सेवा आयोग की तरफ से सहायक प्राध्यापक परीक्षा 2019 का चयन सूची जारी किया चुका है. महाविद्यालयों में नियमित अध्यापन कार्य प्रारंभ हुए 3 महीने हो चुके हैं. उसके बाद अभी तक चयनित प्राध्यापकों की पदस्थापना शासन ने नहीं किया है. कई वर्षों से हमारे छत्तीसगढ़ के महाविद्यालय प्राध्यापकों की कमी से जूझता रहा है. जिसके परिणाम स्वरूप राज्य के महाविद्यालयों और विश्वविद्यालयों का राष्ट्रीय स्तर पर प्रदर्शन अच्छा नहीं रहा है.

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शिक्षा मंत्रालय की एनआईआरएफ (NIRF) रैंकिंग 2021 में छत्तीसगढ़ के किसी भी महाविद्यालय और विश्वविद्यालय को कोई रैंकिंग नहीं मिला है. अभी तक छत्तीसगढ़ राज्य निर्माण के बाद तीन बार सहायक प्राध्यापक की भर्ती परीक्षा हुई है. जिसमें पिछली दो भर्तियों की पदस्थापना में इतना विलम नहीं हुआ था, लेकिन इस भर्ती परीक्षा में चयन सूची जारी करने के 8 महीने बाद भी पदस्थापना नहीं हुआ है.

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