केशव साहू, कसडोल। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल गुरुवार को शहीद वीरनारायण सिंह के कर्मभूमि एवं जन्मभूमि सोनाखान पहुंचे और शहादत दिवस के अवसर पर शहीद की समाधि जाकर श्रद्धांजलि अर्पित की. इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने शहीद वीरनारायण सिंह के वंशजों का शाल व श्रीफल से सम्मान करते किया.
मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के साथ कैबिनेट मंत्री अमरजीत भगत, शिवकुमार डहरिया, अनिला भेड़िया, प्रेमसाय सिंह टेकाम के अलावा संसदीय सचिव शकुंतला साहू और चंद्रदेव राय मौजूद रहें। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल निर्धारित समय से 50 मिनट देरी से पहुंचे थे, लेकिन सोनाखान में सीएम को देखने और सुनने के लिए लोगों की भीड़ हजारों की संख्या में उमड़ी रही. मुख्यमंत्री बघेल ने सभा को संबोधित करते हुए कहा कि शहीद वीर नारायण सिंह ने अंग्रेजी शासन से मुकाबला कर सम्मान की रक्षा की, और स्वाभिमान के साथ जिंदगी जिया.
मुख्यमंत्री बघेल ने शहीद वीर नारायण की मूर्ति का स्थापना जिला मुख्यालय के कलेक्टर परिसर में करने की बात कही.
उन्होंने कहा कि देशभर में छत्तीसगढ़ ही ऐसा प्रदेश था, जहाँ कोरोना काल में गरीबों को 3 माह का इकट्ठा राशन दिया गया, साथ ही बीते वर्ष किसानों से धान खरीदी के समर्थन मूल्य के अलावा बोनस राशि को अभी तक 3 किस्तों में राजीव गांधी किसान न्याय योजना के तहत प्रदाय किया है, जिसमें पहला किस्त 21 मई, दूसरा 20 अगस्त, तीसरा किस्त 1 नवम्बर के साथ चौथी किस्त मार्च में देने की बात कही.
मुख्यमंत्री बघेल मंच से शहीद वीर नारायण सिंह के वंशजों को मौजूदा पेंशन 1000 को बढ़ाकर 10 हजार रुपये करने की बात कही.
उन्होंने कहा कि किसानों को इस वर्ष दूर धान बेचने जाना पड़ता था जिसके लिए सरकार ने कई गांवों को अलग का कम गांव को सम्मिलित कर एक धान खरीदी केंद्र खोला है, जिससे किसानों के समय के साथ धान बेचने में परेशानियों का सामना न करना पड़े. इसके अलावा मुख्यमंत्री बघेल ने किसानों की मांग पर कटे रकबे को किसानों से आवेदन देकर तत्काल मौजद कलेक्टर को भौतिक सत्यापन कर जोड़ने के लिए निर्देशित किया.