रायपुर। प्रदेश के सभी शासकीय भवन और सार्वजनिक स्थलों तक पहुंच को आसान बनाने के लिए मुख्यमंत्री सुगम सड़क योजना बनाई गई है. मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने शुक्रवार को यहां अपने निवास कार्यालय में इस योजना का शुभारंभ किया.
योजना के जरिए अभी तक मुख्य मार्गों से पक्की सड़क से नहीं जुड़े सभी शासकीय शालाएं, चिकित्सालय, कॉलेज, आंगनबाड़ी भवन, उचित मूल्य की दुकानों और अन्य शैक्षणिक संस्थाएं पक्के बारहमासी मार्ग से जुड़ेंगे. योजना के शुभारंभ के दौरान गृह एवं लोक निर्माण मंत्री ताम्रध्वज साहू उपस्थित थे.
मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने योजना का शुभारंभ करते हुए कहा कि आज का दिन महत्वपूर्ण है, हमारे राष्ट्रीय नेता राहुल गांधी का जन्मदिन है, परंतु भारत-चीन की सीमा पर लद्दाख में शहीद हुए जवानों की याद में आज सेवा का कार्य करना है. हमारे कार्यकर्ता सेवा कार्य में लगे हुए हैं. कोरोना संक्रमण की रोकथाम के लिए लोगों को मास्क और मरीजों को फल वितरित कर रहे हैं.
मुख्यमंत्री बघेल ने कहा कि इस योजना के तहत सार्वजनिक स्थल जैसे हाट बाजार, मेला स्थल, धान संग्रहण केंद्र, श्मशान घाट जैसे अनेक महत्वपूर्ण सार्वजनिक उपयोग के केंद्र जो बारहमासी सड़कों से नहीं जुड़े हैं, वहां आने-जाने में जनसामान्य को असुविधा होती है. ऐसे सभी सार्वजनिक स्थल तथा भवन को प्राथमिकता के आधार पर लोक निर्माण विभाग द्वारा बारहमासी पहुंच मार्ग का निर्माण कर जोड़ा जाएगा. इससे शासकीय भवनों और सार्वजनिक स्थलों तक पहुंचने में लोगों को काफी सहुलियत मिलेगी.
लोक निर्माण विभाग द्वारा इस योजना के अंतर्गत इस वर्ष 200 करोड़ रुपए के 1116 कार्य कराए जाएंगे. इस अवसर पर मुख्य सचिव आरपी मंडल, मुख्यमंत्री के अपर सचिव सुब्रत साहू, पीडब्ल्यूडी सचिव सिद्धार्थ कोमल परदेशी, पीडब्ल्यूडी मुख्य अभियंता वीके भतपहरि, पीसीसीएफ राकेश चतुर्वेदी, मुख्यमंत्री सचिवालय में उप सचिव सौम्या चौरसिया सहित अन्य वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे.