रायपुर। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने अमेरिका प्रवास के दौरान न्यूयॉर्क में कांसुलेट जनरल ऑफ इंडिया में यूएस इण्डिया स्ट्रेटिजिक पार्टनरशिप फोरम के साथ हुई बिजनेस मीटिंग में राज्य सरकार की नई औद्योगिक नीति के संबंध में विस्तार से जानकारी दी. उन्होंने छत्तीसगढ़ में आईटी, इलेक्ट्रानिक्स, बायो फ्यूल, टेक्सटाइल, फार्मा, आयुर्वेद और सर्विस इंडस्ट्री में निवेश की बेहतर संभावनाओं से अवगत कराया.
मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने अपने उद्बोधन में छत्तीसगढ़ में औद्योगिक निवेश की संभावनाओं पर विस्तार से जानकारी देते हुए इन सेक्टरों में निवेश के लिए उपस्थित निवेशकों को आमंत्रित किया. मुख्यमंत्री ने कहा कि छत्तीसगढ़, उड़ीसा और झारखंड तीन ऐसे राज्य हैं, जहां लोहा, कोयला और बाक्साइट है. हमारे छत्तीसगढ़ में हीरा भी है, लेकिन उसकी खुदाई अभी शुरू नहीं हुई है.
बघेल ने कहा कि छत्तीसगढ़ में खनिज संसाधन पर्याप्त मात्रा में है. हमारे यहां कोर सेक्टर में बहुत से उद्योग हैं. यहां पहले साढे 4 हजार मेगावाट विद्युत का उत्पादन होता था जो बढ़कर 22 हजार मेगावाट हो चुका है. यहां से गोवा, तेलंगाना, दिल्ली, गुजरात, महाराष्ट्र सहित अनेक राज्यों को बिजली की आपूर्ति की जाती है.
उन्होंने कहा कि हमारे यहां सीमेंट प्लांट बहुत हैं. कोरबा जहां कोल ब्लॉक भी है. यह जिला अकेले दस हजार मेगावाट विद्युत का उत्पादन करता है। यहां एल्युमिनियम प्लांट भी है. बघेल ने राज्य की भौगोलिक, प्राकृतिक संसाधनों, सामाजिक-आर्थिक और सांस्कृतिक विशेषताओं की विस्तार से जानकारी देते हुए सरकार द्वारा उठाए गए कदमों की जानकारी दी. मुख्यमंत्री के उद्बोधन के पहले कांसुलेट जनरल संदीप चक्रबर्ती ने मीटिंग की औपचारिक शुरुआत की.
इस मौके पर छत्तीसगढ़ राज्य पर बनी फिल्म का प्रदर्शन भी किया गया. मुख्यमंत्री के सचिव गौरव द्विवेदी द्वारा निवेश के दृटिकोण से एक प्रस्तुतिकरण दिया गया. इस अवसर पर मुख्यमंत्री से साथ गए मुख्य सचिव आरपी मंडल, अतिरिक्त मुख्य सचिव सुब्रत साहू, मुख्यमंत्री के प्रमुख सचिव गौरव द्विवेदी, मुख्यमंत्री के सलाहकार प्रदीप शर्मा, एमडी सीएसआईडीसी सहित अन्य अधिकारी शामिल थे.