शिवम मिश्रा, रायपुर। केंद्र सरकार के पास कोई रास्ता नहीं बचा तब कृषि कानूनों को वापस लिया. राहुल गांधी हमेशा नोटबंदी, लॉकडाउन और कोरोना के दूरगामी परिणामों को लेकर कहते रहे हैं, लेकिन केंद्र सरकार ने उनकी बात नहीं सुनी. यह बात मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कही.

राजधानी के खालसा स्कूल में आयोजित प्रकाश पर्व के कार्यक्रम में शामिल होने पहुंचे मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने पत्रकारों से चर्चा में कहा कि कृषि कानूनों को लेकर किसान अपनी मांग पर अड़े हुए थे, लेकिन इन किसानों को भाजपा और सत्ताधारी कभी आतंकवादी तो कभी पाकिस्तान समर्थक कहते थे. अपमान के लिए कोई कसर नहीं छोड़ा. उन्होंने कहा कि केवल तीन कृषि कानूनों को वापस लेने की बात नहीं है, किसानों की एमएसपी में खरीदने की मांग है. एमएसपी में ही खरीदी हो भारत सरकार यह सुनिश्चित करे.

प्रकाश पर्व को लेकर मुख्यमंत्री बघेल ने कहा कि आज पूरी दुनिया में जहां-जहां भी सिख समाज के लोग निवास कर रहे हैं, सभी गुरुद्वारों में आज संगत की जा रही है. गुरु नानक जी की आज जयंती है. मानवता और सेवा की जो सिख गुरु नानक जी ने दी है, सिख समाज में देखने को मिलता है. जब कोरोना का संकट आया तब हमने देखा कि लगातार अलग-अलग गुरु गुरुद्वारों के माध्यम से सिख समाज के लोगों ने कितनी मदद की.