सुप्रिया पांडेय, रायपुर। विजयादशमी पर्व को हर साल इसलिए ही मनाया जाता है कि हम अपनी,अपने समाज की,आसपास की बुराई को समाप्त कर लें. यह पर्व हमें संदेश देता है कि बुराइयों को नष्ट किए बिना जीवन का लक्ष्य प्राप्त नहीं होगा. हमें आगे आने वाली पीढ़ी को सिखाना है कि जो दूसरों की सम्पत्ति पर बुरी नज़र रखता है, पराई स्त्री पर बुरी नज़र डालता है, उसका सर्वनाश संभव है. यह बात सीएम भूपेश बघेल ने रावणभाठा में आयोजित दशहरा उत्सव समिति में बतौर मुख्य अतिथि संबोधित करते हुए कही.

मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने आयोजकों को बधाई देते हुए कहा कि इस साल आयोजन में जिस तरह कोरोना संकट और आस्था को संतुलित किया गया, इसके लिए प्रदेशभर के आयोजनकर्ता बधाई के पात्र हैं. उन्होंने कहा कि हर साल हम बड़े-बड़े रावण, विभीषण, कुंभकरण की मूर्ति बनाकर जलाते थे, लाखों की तादाद में लोग एकत्रित होते थे, जितने जगह भी आयोजन होते थे, पैर रखने की जगह नहीं होती थी. लेकिन इस साल आयोजन समिति साथियों को पूरे प्रदेश के लोगों को मैं बधाई देता हूं, और शुभकामनाएं देता हूं.

उन्होंने कहा कि कोरोना के संकट में जो आपने सूझबूझ दिखाई और आयोजन को सीमित किया, लेकिन परंपरा का भी निर्वहन आप कर रहे हैं. इसके लिए मैं आयोजन समितियों को पूरे प्रदेश के समिति को बहुत बधाई और शुभकामनाएं देता हूं. कार्यक्रम में भाजपा के वरिष्ठ विधायक बृजमोहन अग्रवाल भी शामिल हुए. उनके देर से आने पर मुख्यमंत्री बघेल चुटकी लेने से नहीं चूके.