रायपुर। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने आज अपने निवास कार्यालय में राज्य की जनजातियों की जीवनशैली, उनके परिचय, उत्पत्ति अवधारणा, आवास एवं बसाहट, सामाजिक संगठन और संस्कृति पर प्रकाशित फोटो हैण्डबुक का विमोचन किया. आदिम जाति कल्याण मंत्री डॉ.प्रेमसाय सिंह टेकाम भी इस अवसर पर उपस्थित थे.
छत्तीसगढ़ आदिमजाति अनुसंधान एवं प्रशिक्षण संस्थान द्वारा इस फोटो हैण्डबुक का प्रकाशन किया गया है, जिसमें राज्य की जनजातियों के “छायांकित अभिलेखीकरण श्रृंखला” अन्तर्गत 29 जनजातीय समुदायों यथा खड़िया, दण्डामी माड़िया, दोरला, हलबा, मुरिया, धुरवा, परजा, भतरा, गोंड (कबीरधाम), सवरा, धनवार, कंवर, उरांव, मझवार, नगेसिया, मुण्डा कोल, राजगोंड, अगरिया, पारधी, बिंझवार, भैना, बियार, कोंध, गोंड (बस्तर), खैरवार, सौंता भारिया एवं कण्डरा के बारे में जानकारी दी गई है.
फ़ोटो हैंड बुक में जनजातियों के परिचय उत्पत्ति अवधारणा, उनके आवास एवं बसाहट, सामाजिक संगठन, आर्थिक जीवन, जन्म संस्कार, विवाह संस्कार, मृत्यु संस्कार, धार्मिक जीवन, उनमें प्रचलित न्याय व्यवस्था, लोक परम्पराएं उनके वस्त्र आभूषण, गोदना, घरेलू उपकरण, कृषि उपकरण, शिकार, मत्स्याखेट उपकरण, वनोपज आधारित जीवनशैली के साथ-साथ उनके समग्र विकास के लिए किये जा रहे शासकीय प्रयासों को विभिन्न आकर्षक छायाचित्रों के जरिए दर्शाया गया है.
इस फोटो हैण्डबुक में प्रकाशित तथ्य राज्य के संबंधित जनजातीय समुदायों, जनजातीय संस्कृति में रूचि रखने वाले अध्येताओं के लिए एवं आदिवासी संस्कृति के संरक्षण एवं संवर्धन के लिए उपयोगी होगी.
इस अवसर पर प्रभारी मुख्य सचिव सुब्रत साहू, मुख्यमंत्री के सचिव सिद्धार्थ कोमल परदेशी, आदिमजाति कल्याण विभाग के सचिव डी. डी. सिंह, वित्त विभाग की सचिव अलरमेलमंगई डी, संचालक आदिम जाति विभाग शम्मी आबिदी उपस्थित थीं.