सत्यपाल सिंह राजपूत, रायपुर। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने एक बार फिर अडानी पर हमला बोला है. उन्होंने कहा कि छत्तीसगढ़ में अडानी बैलाडीला, एसईसीएल एलीफैंट कारीडोर की खदानों पर अडानी की निगाहें थी. लेकिन अडानी और खदान के बीच में कांग्रेस पार्टी खड़ी है. इसी कारण ईडी-आईटी का छापा पड़ता है.

मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने मीडिया से चर्चा में कहा कि अडानी बैलाडिला खदान लेना चाहते थे, रमन सिंह ने दिया था. हमारे कारण यह रुका हुआ है. जो एसईसीएल का कोयला खदान है, उसको अडानी को दे दें. एलीफैंट कारीडोर, जिसमें 40 खदान हैं, उसमें निगाहें टिकी थी. हमने क्षेत्र को आरक्षित कर दिया है. उन्होंने कहा कि छत्तीसगढ़ को बचाना है, तो लोगों को कांग्रेस के पक्ष में मतदान करना पड़ेगा. भाजपा को वोट देने का मतलब अडानी को छत्तीसगढ़ को सौंपना है.

स्टाइपेंड को लेकर मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा कि कोरोना के बाद जो स्टाइपेंड के लगाया गया था, उसको ख़त्म कर दिया. जो नौकरी के तीन वर्षों में सत्तर पर्सेंट, अस्सी पर्सेंट, नब्बे पर्सेंट था, उसको हटा दिया गया है. अब हंड्रेड प्रतिशत दिया जाएगा.

भाजपा के आरोप पत्र पर मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा कि मुझे पता चला है कि 104 पेज का आरोप पत्र है. आरोप पत्र में कार्टून ज़्यादा है. ईडी ने चालान पेश किया है. आरोप पत्र में इससे ज़्यादा कुछ नहीं है. जहां तक भाजपा के आरोपों की बात है वो विधानसभा के बाहर, विधानसभा में जो लगाए थे, उसके अतिरिक्त कुछ दिखाई नहीं दिया है. हालांकि, मैं अभी दूसरे कार्यक्रम में था. लेकिन विधानसभा में जिन बातों को उठाया गया है, वही चीजें आरोप पत्र में शामिल है.