बिलासपुर. मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने आवास न्याय सम्मेलन को संबोधित किया. उन्होंने अपने उद्बोधन की शुरुआत छत्तीसगढ़ महतारी और मां महामाया के जयकारे के साथ की. अपने संबोधन में उन्होंने कहा कि आवास न्याय योजना सम्मेलन में आए हितग्राही साथियों को बहुत-बहुत बधाई. इसके बाद उन्होंने मौजूद श्रोताओं से सवाल किया कि आवास योजना किस सरकार ने कब शुरू की, तब लोगों ने एक साथ कांग्रेस और तत्कालीन प्रधानमंत्री राजीव गांधी का नाम लिया. सीएम भूपेश ने कहा कि 1985 में जब राजीव गांधी प्रधानमंत्री थे तब ये योजना शुरू हुई, इस योजना का नाम उस समय इंदिरा आवास योजना था. आज यह प्रधानमंत्री आवास योजना है.

सीएम ने केंद्र सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि अब तक जनगणना नहीं हुई है, आर्थिक सर्वेक्षण नहीं हुआ. आज जिन्हें योजना का लाभ मिल रहा है वह 2011 के जनगणना के आधार पर मिल रहा है. आज राहुल गांधी ने एक बटन दबाया और 7 लाख लोगों के खाते में पैसे पहुंच गए हैं. राहुल गांधी हमेशा किसान, मजदूर, युवा, महिला, आदिवासी भाई-बहनों और मजदूरों की बात करते हैं. उनके हित की सोचते हैं. पिछली बार जब राहुल गांधी राजीव युवा सम्मेलन में आए थे, तब वहां लाखो युवा आए थे. पहली किश्त आज राहुल गांधी ने जारी किया है, दूसरी किश्त भी हम देंगे. आज हमने पहली किश्त जारी की है शेष किश्त भी समय समय पर जारी करते रहेंगे.

सीएम भूपेश ने कहा कि जहां अन्याय होता है वहां राहुल गांधी खड़े रहते हैं. कन्याकुमारी से लेकर कश्मीर तक उन्होंने पदयात्रा की. उन्होंने नारा दिया कि नफरत के बाजार में मोहब्बत की दुकान खोलनी है. आज राहुल गांधी ने गरीब लोगों के खाते में पैसा डाला है. इसके बाद मल्लिकार्जुन खड़गे 28 तारीख को आयेंगे और किसानों के खाते में तीसरी किश्त डालेंगे. बेरोजगारी भत्ता भी 28 तारीख को हम देंगे. भूमिहीन न्याय योजना और गोधन न्याय योजना के हितग्राहियों की किश्त हम 28 तारीख को देंगे. हम हर महीने बटन दबा रहे हैं और किसानों के खाते में पैसे डाल रहे हैं. उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार चाहे पैसा दे या ना दे, हम 28 तारीख को हितग्राहियों को पैसे देंगे.

भूपेश बघेल ने कहा कि नसबंदी कांड के समय राहुल गांधी आए थे, उस समय मैं प्रदेश अध्यक्ष था, तो राहुल गांधी ने कहा था कि हमें इन पीड़ितों के हक की लड़ाई लड़ना है. साथ ही इस साल राहुल गांधी ने भारत जोड़ो यात्रा करके नफरत की दुकान बंद करके मोहब्बत की दुकान खोली.

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