रायपुर। प्रथम प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू की जयंती पर आयोजित राष्ट्रीय शिक्षा समागम में मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने छत्तीसगढ़ स्कूली शिक्षा विजन 2030 का खुलासा किया. उन्होंने 3 से 6 वर्ष के बच्चों के लिए प्री स्कूल संचालन से लेकर शिक्षा के अधिकार को आठवीं से बढ़ाकर 12वीं तक किया जाएगा और चुनिंदा स्कूलों में अंतरराष्ट्रीय स्तर का सिलेबस शुरू करेंगे. इसके अलावा व्यवसायिक शिक्षा पर फोकस रहेगा.

मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा कि प्रथम प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू की जयंती पर राष्ट्रीय शिक्षा समागम का आयोजन किया गया था, जिसमें 27 राज्यों के 85 भागीदार उपस्थित हुए. इस अवसर पर निश्चित रूप से शिक्षा नीति आगे किस प्रकार से बढ़े, खासकर कोरोना के बाद, इस पर बहुत सारी चर्चाएं होंगी. मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रतियोगी परीक्षाओं के लिए छात्रों के बेहतर तैयारी के लिए पाठ्य पुस्तक निगम के माध्यम से प्रतियोगी संसार की पुस्तकें अपने लाभांश की राशि से भी छात्रों को उपलब्ध कराई जाएगी.

इस अवसर पर बड़ी संख्या में नक्सली के मारे जाने पर मुख्यमंत्री ने कहा कि लगातार नक्सलियों के बड़े नेता या तो गिरफ्तार किए जा रहे हैं, या उनकी मृत्यु हो रही है. इसमें झारखंड में भी इनके बड़े नेता पकड़े गए, दूसरा छत्तीसगढ़ के बॉर्डर में गडचिरोली में जो नक्सली नेता सहित 26 नक्सली की मौतें हुई और बस्तर में भी रमन्ना और जो नक्सली नेता है, उसकी मृत्यु हुई है. प्रथम पंक्ति के नेताओं के जाने से अब निश्चित रूप से नक्सली मूवमेंट अब प्रभावित होगा, और बहुत जल्दी नक्सलियों को कंट्रोल करने में हम सफल होंगे.

स्वच्छता में छत्तीसगढ़ को इस बार भी प्रथम पुरस्कार मिलने पर भूपेश बघेल ने कहा कि हमारे मंत्रीगण, हमारे जनप्रतिनिधि, हमारे अधिकारी और हमारी स्वच्छता दीदी लोग हैं, जो मेहनत कर रही हैं, उसका रिजल्ट है. मैं आम नागरिकों को बधाई देना चाहता हूं. स्वच्छता के प्रति जो जागरूकता छत्तीसगढ़ के लोगों ने दिखाई है, उसका यह परिणाम है कि राष्ट्रीय स्तर पर हम पुरस्कार ले रहे हैं.