रायपुर- किसानों के मुद्दे पर राज्य में सत्तापक्ष और विपक्ष के बीच टकराव लगातार बढ़ रहा है. धान खरीदी समेत कई मुद्दों को लेकर 22 जनवरी को होने वाले बीजेपी के प्रदेश व्यापी आंदोलन पर मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने तंज कसते हुए कहा कि प्रदेश प्रभारी डी पुरंदेश्वरी हंटर मार रही हैं, इसलिए बीजेपी के नेता आंदोलन करने को मजबूर हो रहे हैं. भूपेश बघेल की टिप्पणी पर बीजेपी ने पलटवार किया है.
बीजेपी के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष और पूर्व मुख्यमंत्री डाॅ.रमन सिंह सिंह और पूर्व कृषि मंत्री बृजमोहन अग्रवाल ने इस पर अलग-अलग प्रतिक्रियाएं दी हैं. डाॅक्टर रमन सिंह ने कहा कि, पुरंदेश्वरी की सक्रियता से उन्हें तकलीफ हो रही है. उन्होंने कहा कि प्रदेश में अगर किसानों को समस्याएं नहीं है, तो 255 से ज्यादा किसानों ने आत्महत्या क्यों की है? किसानों को रूला-रूला कर धान खरीदी करने का क्या मतलब है?
इधर पूर्व कृषि मंत्री बृजमोहन अग्रवाल ने कहा कि बीजेपी लोकतांत्रिक पार्टी है. हमे दो साल विपक्ष में हुआ है और हम जनता के साथ खड़े हो गए हैं. डी पुरंदेश्वरी की सक्रियता से कांग्रेस की पेशानी में बल पड़ने लगा है. उनहोने कहा कि अनुभव और नौसिखियापन में यही अंतर है. रमन सिंह के पास अनुभव है और भूपेश बघेल के पास नौसिखियापन है. दिल्ली में चल रहे किसान आंदोलन को लेकर मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के बयानों पर निशाना साधते हुए बृजमोहन अग्रवाल ने कहा कि बीजेपी सरकार जो तीन कानून लेकर आई है, वह कांग्रेस भी लाना चाहती थी. इस कानून के विरोध में हरियाणा, पंजाब के कुछ सीमित लोग ही हैं. आम लोगों को समझ जाना चाहिए कि मंडियां चालू रहेंगे. सपोर्ट प्राइज में ही फसल की खरीदी की जाएगी.
इधर रमन सरकार को अधिकारियों द्वारा चलाए जाने वाले मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के बयान पर भी बृजमोहन अग्रवाल ने टिप्पणी की और कहा कि, हर चीज की तुलना पिछली सरकार से नहीं करनी चाहिए. हम लोगों ने अग कुछ गलतियां की थी, तो जनता ने हमें हटा दिया. अभी सरकार में किसकी चल रही है. यह सभी जानते हैं.